मुरैना क्षेत्र में ये ऐसे ज्वलंत मुद्दे हैं, जिन पर काम होता तो न केवल आर्थिक गतिविधियां तेज होतीं, बल्कि रोजगार के अवसर भी पैदा होते। टूरिस्ट सर्किट में 10 किमी के दायरे में मितावली में संसद भवन की प्रतिकृति, चौंसठ योगिनी मंदिर, पढ़ावली की गढ़ी, बटेश्वरा का शिव मंदिर समूह और रामायणकालीन शनिदेव मंदिर ऐसे पर्यटन स्थल हैं, जहां सुविधाएं विकसित कर पर्यटकों को आकर्षित किया जा सकता है।
चंबल महोत्सव को दोबारा शुरू कर पर्यटन में नए रंग भरे जा सकते हैं। डॉ. योगेंद्र मावई कहते हैं, पॉलिटेक्निक कॉलेज को इंजीनियरिंग का दर्जा देकर युवाओं को अवसर दे सकते हैं। सीए प्रकाश अग्रवाल का कहना है कि 1 अप्रेल से मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना में लोन का काम बंद है। स्थानीय स्तर पर अब रोजगार बढ़ाने के प्रयास किए जाना चाहिए।
पिछले नतीजे
वर्ष विजेता 2018 रघुराज कंषाना
2013 रुस्तम सिंह
2008 परशुराम मुदगल
2003 रुस्तम सिंह मतदाता गुर्जर 550000
वैश्य 30000
दलित 27000
ब्राह्मण 22000
मुस्लिम 16000
त्रिकोणीय होता आया है मुकाबला
मुरैना में त्रिकोणीय मुकाबला है। भाजपा ने रघुराज सिंह कंषाना को उतारा है तो कांग्रेस ने राकेश मावई पर दांव खेला है। 2013 में 1704 वोट से हारे रामप्रकाश राजौरिया इस बार बसपा से चुनावी मैदान में हैं।
मुरैना से रवींद्र सिंह कुशवाह की रिपोर्ट