सिंधिया ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा- ग्वालियर-चंबल संभाग ने कांग्रेस को सत्ता दी लेकिन कमलनाथ ने इसी क्षेत्र के साथ सबसे ज्यादा भेदभाव किया। यहां के विधायकों से मिलने के लिये मुख्यमंत्री के पास समय तक नहीं था। आज इन्हें नैतिकता याद आ रही है।
सिंधिया ने कहा- मैं इस मंच से काले झंडे दिखाने वाले को भी संबोधित करना चाहता हूं क्योंकि जिनके दिल काल होते हैं वहीं काले झंडे दिखाते हैं। मैं समझ रहा हूं कि ये काले झंडे का प्रयोग क्यों हो रहा है। जिनकी सोच औऱ विचारधारा थी कि सत्ता पा लो, कुर्सी के नीचे पैसे ले लो और जनता के वादे भूल जाओ जब ऐसे लोगों को हम जमीन पर लाए ऐसे लोगों का काला दिल काले झंडे के रूप में बाहर आया। काले झंडे वाले अपने नेता से पूछे उनके नेता यहां कब आए? मैं स्वागत करता हूं इन काले झंडे वालों का क्योंकि जितने काले झंडे बाहर आएंगे जनता को उतना ही पता चलेगा इनके काले दिल के बारे में।
सिंधिया वे कहा- हम यहां विकास के लिए आएं हैं, जनता के हित के लिए आए हैं। कमलनाथ और दिग्विजय सिंह की जोड़ी को सिंधिया ने बड़े भाई और छोटे भाई की जोड़ी बताते हुए सिंधिया ने कहा कि ये हमें गद्दार कहते हैं अरे ये ज्योतिरादित्य सिंधिया उस सिंधिया परविरा का औलाद है जिसकी दादी ने गलत होते देखा था तो डीपी मिश्रा की सरकार गिरा दी थी। मेरे पिता के साथ अन्याय हुआ तो उन्होंने खुद की पार्टी बनाई ग्वालियर और चंबल का झंड़ा ऊंचा किया।
राहुल गांधी का नाम लिए बिना हमला करते हुए कहा कि वादा किया गया था कि 10 दिनों में कर्ज माफ होगा लेकिन 10 महीने में कर्ज माफ नहीं हुआ और ये हमें गद्दार कहते हैं। अगर किसी ने गद्दारी की है तो कमलनाथ और दिग्विजय सिंह की जोड़ी ने की है।
ज्योतिरादित्य सिंधिया के मुरैना दौरे पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने काले झंडे दिखाए थे और सिंधिया वापस जाओ के नारे लगाए थे।