जानकारी के अनुसार नगर परिषद जोरा में शनिवार को अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चुनाव होना था, जिसके चलते भाजपा ने पहले से ही अपनी पार्टी के अध्यक्ष उपाध्यक्ष तय कर रखे थे, वहीं दूसरी और वार्ड क्रमांक 7 से निर्दलीय पार्षद मिथिलेश अशोक गर्ग ने उपाध्यक्ष पद के लिए फार्म भर दिया था, पार्षद पति अशोक गर्ग ने बताया कि उसे फार्म वापस खींचने के लिए विधायक सुबेदार सिंह सिकरवार ने काफी दबाव बनाया, लेकिन वह नहीं माने, शनिवार को उन्हें नगर परिषद के अंदर जाने से भी रोका गया, इस दौरान नहीं मानने पर कुछ गुंडों द्वारा पार्षद पति के साथ मारपीट शुरू कर दी।
सोशल मीडिया पर कुछ वीडियो वायरल हो रहे हैं, मारपीट और विवाद का ये मामला थाने पहुंचा, लेकिन पुलिस ने किसी प्रकार का कोई प्रकरण दर्ज नहीं किया, वहीं क्षेत्र में धारा 144 लागू कर दी गई। जिससे क्षेत्र में दहशत का माहौल बन गया है। पुलिस ने थाने के आसपास जमा लोगों को भी खदेड़ दिया।
ये है पूरा मामला
जौरा नगर परिषद के उपाध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर विवाद खोलें के बाद नगर में धारा 144 लागू कर दी गई है। बताया जा रहा है कि वार्ड क्रमांक 7 से निर्दलीय प्रत्याशी मिथिलेश अशोक गर्ग उपाध्यक्ष पद पर चुनाव लडऩा चाहते थे दूसरे दावेदार पुखराज नरेश सिंह सिकरवार थे। मिथिलेश के पति अशोक गर्ग का कहना है की बाकी सभी महिलाओं के पतियों और परिजनों को अंदर जाने दिया लेकिन हमें रोका गया जब इसका विरोध किया तो विधायक के गुंडे आ गए और मारपीट करने लगे विधायक स्वयं भी आ गए और जब किसी ने कहा की गोली मारने की धमकी दी जा रही है तो विधायक ने भी कहा मारेंगे। इसके बाद हम थाने गए लेकिन हमारी रिपोर्ट नहीं लिखी गई। के विरोध में पूर्व विधायक महेश दत्त मिश्र सहित अन्य लोगों ने थाने का घेराव भी किया और आंदोलन की घोषणा की।