जिला कांग्रेस कमेटी के ७० प्रतिशत पदों पर सिंधिया समर्थकों का ही कब्जा था। यही वजह है कि १० मार्च को सिंधिया के त्याग पत्र की घोषणा के तुरंत बाद उनके समर्थकों ने भी कांग्रेस छोडऩे का ऐलान कर दिया था। सिंधिया के भाजपा में शामिल होने के बाद भी डीसीसी के अधिकांश प्रमुख पदाधिकारी उनके साथ जाने को तैयार थे और समर्थन जताने भोपाल भी रवाना हुए थे, लेकिन रास्ते से लौटने के बाद जिला कांग्रेस अध्यक्ष राकेश मावई ने अपने समर्थकों के साथ पार्टी न छोडऩे का ऐलान कर दिया। कुछ सिंधिया समर्थक इसके पहले ही पार्टी से त्याग पत्र दे चुके थे। इनमें पूर्व अध्यक्ष करन सिंह जैन सहित उनके समर्थक भी शामिल थे, लेकिन कांग्रेस ने इसके बाद दो दर्जन पदाधिकारियों व सदस्यों को निष्कासित करने का निर्णय लिया है। हालांकि निष्कासित करने वालों की सूची में शामिल महेंद्र जैन ने कहा त्याग पत्र देने वालों को निष्कासित करने का कोई औचित्य नहीं है।
जिला कांग्रेस कमेटी ने रविवार को २५ लोगों को कांग्रेस के सभी पदों और प्राथमिकता सदस्तया से निष्कासित करने का निर्णय लिया। जिला प्रवक्ता राजेंद्र यादव के हस्ताक्षर से जारी एक बयान में डीसीसी अध्यक्ष राकेश मावई के हवाले से यह जानकारी दी गई है। निष्कासित होने वाले लोगों में डीसीसी के पूर्व अध्यक्ष करन सिंह जैन, वर्तमान उपाध्यक्ष राकेश गर्ग, रविप्रताप सिंह भदौरिया, मनोजपाल सिंह यादव, राजेंद्र मरैया, हरिओम शर्मा, कमल शांडिल्य, केडी दंंडोतिया, राजेंद्र कुशवाह, महेंद्र जैन, योगेंद्र सिंह चौहान, राजेंद्र शर्मा, विजय छारी, प्रदीप शर्मा जापथाप, नागेश शर्मा जापथाप, बनवारीलाल शुक्ला, राजेंद्र शुक्ला, रामलाल धाकड़, त्रिलोक चौधरी, दीपक चौधरी और संजय फक्कड़ के नाम शामिल हैं।
प्रदेश सरकार पर आए संकट को दूर करने के लिए कांग्रेसजन संकटमोचन हनुमानजी की शरण में पहुंचे। रविवार को सुबह हनुमान चौराहे पर एकत्र हुए कमलनाथ व दिग्विजय सिंह समर्थकों ने मप्र कांग्रेस कमेटी के सचिव रामलखन दंडोतिया के साथ हवन यज्ञ किया। सुबह ९ बजे से १ घंटे तक चले हवन में भाजपा को सद्बुद्धि देने और कांग्रेस सरकार को बचाने की कामना की गई। कर्नाटक में मौजूद विधायकों को लाने की कामना की गई। यज्ञ में जिला प्रवक्ता राजेन्द्र यादव, रघुनंदन कुशवाह, जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय मिश्रा, राजू सोलंकी, अशोक भदौरिया, संतोष दुबे, उमाकांत उपाध्याय, प्रमोद शर्मा हुसैनपुर, विक्रमराज मुदगल, रामलखन हिंगोना, राकेश परमार शामिल हुए।
कथन कांग्रेस के दो दर्जन पदाधिकारियों व सदस्यों को निष्कासित करने का निर्णय लिया है। इनमें मेवाराम का नाम भी शामिल था, लेकिन उन्होंने स्पष्टीकरण दे दिया है कि वे कांग्रेस के साथ हैं, इसलिए उनका नाम निष्कासन की सूची से हटा दिया है। बाकी जिन लोगों के नाम शामिल हैं, वे यदि कांग्रेस के साथ हैं जो स्पष्टीकरण दे सकते हैं।
राकेश मावई, जिलाध्यक्ष डीसीसी, मुरैना -मेरे पास कांग्रेस के छोडक़र किसी ने सदस्यता के लिए आवेदन नहीं किया है। सिंधिया के पार्टी में उनके समर्थक भी आ सकते हैं। योगेशपाल गुप्ता, जिलाध्यक्ष भाजपा, मुरैना