यहां बता दें कि 12 दिसंबर को पगारा की झाडिय़ों में रक्त रंजिश हालत में गिर्राज (26) पुत्र झींगुरिया कुशवाह निवासी झोंड़ का पुरा सुमावली की लाश पड़ी मिली थी। पुलिस ने पीएम रिपोर्ट आने पर हत्या का मामला दर्ज किया। उसके बाद मृतक की जेब में मिली पर्ची पर लिखे मोाबइल नंबर से पर्त खुलती गई। पुलिस अधीक्षक अनुराग सुजानियां ने पत्रकारवार्ता में बताया कि इस अंधे कत्ल का खुलासा करने में एसडीओपी जौरा सुजीत भदौरिया व उनकी टीम ने अच्छा काम किया।
पुलिस ने घटना में प्रयुक्त दोनों बाइक, खून से बिगड़ा हुआ पत्थर, फेवीक्विक के खाली पाउच, रक्त रंजित चाकू आदि बरामद किए गए। पहचान मिटाने आरोपियों ने जला दिया था सामान पुलिस के अनुसार आरोपियों ने बड़ी समझदारी से घटना को अंजाम दिया। मृतक की पहचान न हो जाए इसलिए रास्ते में उसका आधार कार्ड, पर्स, मोबाइल आदि जला दिया गया। साथ ही चाकू मारने से पूर्व फेवीक्विक से मृतक युवक का मुंह इसलिए बंद कर दिया था कि कहीं चिल्लाने पर कोई आ न जाए।
मंगेतर ने रची थी साजिश एसपी ने बताया कि गिर्राज कुशवाह की बहन किशनपुर थाना माता बसैया गांव में ब्याही है। गिर्राज के किशनपुर की एक लडक़ी से प्रेम संबंध बन गए और वह कई महीनें से उस युवती के संपर्क में था। उधर उस युवती की सगाई कुछ माह पूर्व घूघस जौरा के एक युवक से तय हो गई। घूघस निवासी युवक के मंगेतर को जब अपनी मंगेतर के मृतक से संबंधों का पता चला तो एक गंभीर घटना की योजना तैयार की। युवती के परिजन के मना करने के बाद भी युवक के 7 दिसंबर को किशनपुर पहुंचने पर युवती के परिजन ने विरोध किया और उसी दिन योजना बनाई। 9 दिसंबर को मृतक युवक को धोखे से जौरा बुलाकर हाथ बांधकर पगारा डैम पर दो बाइकों से पूरी तैयारी के साथ ले जाया गया। रास्ते में युवक की पहचान मिटाने के लिए उसका आधार कार्ड, पर्स, मोबाइल आदि जला दिया गया। पगारा डैम के पास युवक के मुंह में फेविक्विक डालकर कपड़े से मुंह बंद करके हाथ पैर बांधकर पेट में चाकू से गहरा वार किया। जब उनको लगा कि कहीं सांस न रह जाए इसलिए चाकू से गला काटकर घटना को अंजाम दिया गया। शाम को छह सात बजे का समय होने से व पगारा डैम तरफ हलचल होने से पकड़े जाने के डर से मृतक युवक को डैम के पानी में न फेंककर झाडिय़ों में फेंक दिया गया। जानकारी के अनुसार युवती की सगाई घूघस निवासी ब्रम्हजीत कुशवाह के साथ हुई थी और मृतक के भानजे मोनू कुशवाह व एक भानजा नाबालिग व ब्रह्मजीत का साथी भी नाबालिग था जो हत्या में शामिल रहे।