राजनीति, रंजिश, जात-पात और पॉवर…कुछ इसी तरह का मसाला है तिग्मांशु धुलिया निर्देशित फिल्म ‘साहेब बीवी और गैंगस्टर 3’ में। यह फिल्म इस शुक्रवार को रिलीज हो चुकी है। इससे पहले इस मूवी के पहले दो पार्ट २०११ और २०१३ में रिलीज हुई थी। दोनों ही काफी अच्छी कमाई की थी। फिल्म के पहले पार्ट में जहां जिम्मी शेरगिल, रणदीप हुड्डा और माही गिल थे। दूसरे पार्ट से जिम्मी-माही के अलावा इरफान खान और सोहा अली खान जुड़े थे। अब तीसरे पार्ट में जिम्मी-माही के साथ संजय दत्त और चित्रांगदा सिंह की एंट्री हो चुकी है। हालांकि फिल्म को ठंडी ओपनिंग नहीं मिली है।
कहानी
इस सीरीज की कहानी उत्तर प्रदेश के एक पूर्व रियासत से जुड़ी है। जिसका मुखिया ‘साहेब’ (जिमी शेरगिल) है। साहेब की दो पत्नियां हैं। लेकिन उसकी पहली पत्नी से नहीं बनती है। बता दें, ये सीरीज साहेब की जिंदगी में आए तीसरे गैंगस्टर को लेकर बनाई गई है। पिछले दो पार्ट में शान-शौकत के लिए ताकत, रंजिश और राजनीति को बखूबी दिखाया गया है। आजादी के बाद रजवाड़ा परंपरा खत्म हो जाने और नई राजनीतिक व्यवस्था में राजघरानों के अपने वजूद के संघर्ष का फिल्मांकन हुआ है। हालांकि फिल्जैसी झलक फिल्म का ट्रेलर देख कर मिलती है वैसी ही पूरी फिल्म की कहानी है। मूवी में रंजिश, बदला, ताकत, एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर और खोखले वजूद के संघर्ष की कहानी को फिल्माया गया है।
निगेटिव साइड
मूवी की सबसे कमजोर कड़ी इसकी कहानी है। फिल्म में कहानी समझ नहीं आती है। किसी भी किरदार का एक दूसरे के प्रति इमोशन या केमिस्ट्री भी देखने को नहीं मिलता है। कहानी में जिमी शेरगिल की दूसरी पत्नी सोहा अली खान के अलावा कबीर बेदी, नफीसा अली और दीपक तिजोरी जैसे कलाकार और उनके किरदारों का ग्राफ नाममात्र है। साथ ही ‘जुगनी’ के अलावा कोई भी गीत अपनी छाप नहीं छोड़ पाई।फिल्म का निर्देशन और स्क्रीनप्ले भी निराशाजनक है। फिल्म देखते वक्त बड़ा अचम्भा होता है कि इसे ‘पान सिंह तोमर’ और ‘हासिल’ जैसी बेहतरीन फिल्मों को बनाने वाले तिग्मांशु धूलिया ने डायरेक्ट किया है।