भेल के अधिकारी आसिफ आजमी ने बताया कि प्रकाश एक अच्छे डायरेक्टर है। वे हर छोटे- बड़े कलाकार को पूरा मान- सम्मान देते हुए योग्यतानुसार रोल देते हैं।
भोपाल। मैंने फिल्म जय गंगाजल में अभिनय के बारे में आज तक किसी से चर्चा नहीं की, लेकिन फिल्म रिलीज होने के बाद शुभचिंतकों ने मुझे पहचान लिया। दिनभर फोन कर मुझे बधाइयां देते रहे। मैं प्रकाश झा का शुक्रगुजार हूं, जिसके कारण मेरी पहचान बनी। यह बात भेल के अधिकारी आसिफ आजमी ने पत्रिका से चर्चा के दौरान कही।
उन्होंने बताया कि प्रकाश एक अच्छे डायरेक्टर है। वे हर छोटे- बड़े कलाकार को पूरा मान- सम्मान देते हुए योग्यतानुसार रोल देते हैं। उनके निर्देशन में बनने वाली फिल्मों में काम करने का अवसर मिलना बहुत बड़ी बात है। हालांकि फिल्म जय गंगाजल से पहले मैंने उनकी फिल्म राजनीति, चक्रव्यूह, सत्याग्रह और आरक्षण में भी अभिनय किया है, लेकिन उसमें रोल बहुत ही संक्षिप्त थे। जय गंगाजल में कपिल शर्मा का पात्र करने का अवसर मिला, जो हाउसिंग सोसाइटी का अध्यक्ष है। वह बिल्डर माफिया (विलेन) की मनमानी के खिलाफ सड़क, थाने और कोर्ट तक आवाज उठाता है। गौरतलब है कि प्रकाश झा और प्रियंका चोपड़ा समेत स्थानीय कलाकारों की अभिनीत इस फिल्म की शूटिंग भोपाल में ही हुई है।
छोटे पर्दे पर कर चुके अभिनय
आजमी रवींद्र भवन और भारत भवन से भी जुड़े है। उन्होंने बताया कि 1984 में नाटक झूठा सच से अभिनय की शुरुआत की थी। उसके बाद दूरदर्शन में प्रसारित धारावाहिक पंचतंत्र, एक कहानी, काला जल आदि में अभिनय किया। 1998 में रामगोपाल वर्मा की फिल्म शूल में मनोज वाजपेयी के साथ रोल किया। इसके बाद प्रकाश झा के साथ फिल्म राजनीति में ब्रह्मदत तिवारी राजनेता का अभिनय किया। आजमी भेल के एटीए क्लब और अंजुमन तरक्की उर्दू संस्था के महासचिव भी हैं।