मिली जानकारी के मुताबिक, उद्योगपति साइरस मिस्त्री हादसे के समय मर्सिडीज बेंज की जीएलसी 220डी एसयूवी से सफर कर रहे थे। यह एसयूवी यात्रियों की सुरक्षा से जुड़े तमाम खूबियों से लैस है, लेकिन पिछली सीट के यात्रियों के लिए इसमें एयरबैग नहीं है, जो कि मिस्त्री और उनके दोस्त की मौत का एक प्रमुख कारण होने की संभावना जताई जा रही है। इस दुर्घटना में जीवित बचे पंडोले दंपती कार की आगे की सीटों पर बैठे थे, जहां एयरबैग का मजबूत सुरक्षा कवच दिया हुआ है। यही वजह है कि दोनों की जान बच पाई।
सात एयरबैग के बावजूद नहीं बची जान!
प्राप्त जानकारी के अनुसार, दुर्घटनाग्रस्त हुई मर्सिडीज जीएलसी 220डी कार में कुल सात एयरबैग है। लेकिन उसमें एक भी एयरबैग ऐसा नहीं था जो पिछली सीट पर बैठने वाले लोगों को सामने से सुरक्षा दे सके। पिछली सीट पर बैठने वाले लोगों के लिए सिर्फ साइड वाले एयरबैग ही मौजूद थे।
हालांकि यहां गौर करने वाली बात यह भी है कि एयरबैग पूरक प्रतिरोध प्रणाली (एसआरएस) ही होते हैं। जबकि हादसे के बाद उसमें सवार लोगों की जान सीट बेल्ट की वजह से सबसे ज्यादा बचाती है।
सीट बेल्ट की अनदेखी!
सूत्रों का कहना है कि मिस्त्री और जहांगीर पंडोले ने पिछली सीट पर बैठते समय सीट बेल्ट नहीं पहनी थी। ऐसे में जब तेज रफ्तार कार की डिवाइडर से टक्कर हुई दोनों का शरीर बहुत झटके से एसयूवी के आगे के हिस्से की तरफ फेंका गया। इस वजह से शरीर के अंदरूनी हिस्सों में घातक चोटे लगीं।
पुलिस की शुरुआती जांच में पता चला है कि दुर्घटना के समय कार की रफ्तार बहुत अधिक थी, और ऐन मौके पर सूर्या नदी पर बने पुल पर ड्राइवर (अनाहिता) के गलत अनुमान के चलते यह जानलेवा हादसा हो गया।
133 किलोमीटर प्रति घंटे की थी रफ्तार!
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, कार की तेज रफ्तार का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पालघर जिले का चरोटी पुलिस नाका पार करने के बाद अगले 20 किलोमीटर का सफर उसने सिर्फ नौ मिनट में ही तय कर लिया था। अनुमान लगाया जा रहा है कि साइरस मिस्त्री की कार की रफ्तार 133 किलोमीटर प्रति घंटे से भी ज्यादा थी।
इस बीच एक्सीडेंट से 14 मिनट पहले एक सीसीटीवी कैमरे में साइरस मिस्त्री की एसयूवी देखी (Cyrus Mistry Accident CCTV Video) गई है। हालांकि यह वीडियो स्लो मोशन में जारी किया गया है। कैमरे में सायरस मिस्त्री की कार साफ नजर आ रही है। इस बीच, दुर्घटना का मूल कारण क्या था, यह जांच के बाद स्पष्ट हो जाएगा।