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मुंबई

DHFL Scam : कैसे डीएचएफएल ने ‘गरीब’ कंपनियों को बांटे 14 हजार करोड़ के लोन पढ़ें, यहां

जांच में डीएचएफएल के काले कारनामे हो रहे हैं उजागर
मुनाफा एक लाख का, लोन दे दिया 14 हजार करोड़
25 कम्पनियों पर बरसाई मेहरबानी, शेल होने की आशंका
अंडरवल्र्ड डॉन के करीबी मिर्ची से रिश्तों के मामले में हो रही जांच

मुंबईOct 23, 2019 / 06:58 pm

Binod Pandey

DHFL Scam : कैसे डीएचएफएल ने 'गरीब' कंपनियों  को बांटे 14 हजार करोड़ के लोन पढ़ें, यहां

DHFL Scam : कैसे डीएचएफएल ने ‘गरीब’ कंपनियों को बांटे 14 हजार करोड़ के लोन पढ़ें, यहां

मुंबई. अंडरवल्र्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के गुर्गे इकबाल मिर्ची से रिश्तों को लेकर प्रवर्तन निदेशालय (इडी) के शिंकजे में घिरी दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड (डीएचएफएल) के काले कारनामों के लगातार खुलासे हो रहा हैं। फोरेंसिक ऑडिट की जांच में सामने आया कि डीएचएफएल ने ऐसी २५ कम्पनियों को 14 हजार करोड़ रुपए के लोन बांट दिए, जिनका औसतन मुनाफा एक लाख रुपए ही था। जांच एजेंसी को आशंका है कि लोन की बंदरबांट में बड़ा खेल किया गया और ये सभी शेल कम्पनियां हो सकती हैं। केपीएमजी के ऑडिट की ड्राफ्ट रिपोर्ट को पिछले सप्ताह ही डीएचएफएल की कमेटी ऑफ क्रेडिटर्स (सीओसी) के साथ साझा किया है। इसे अंतिम रूप देने के बाद बोर्ड ऑफ मोर्टगेज लेंडर को पेश किया जाएगा।
सूत्रों ने बताया कि वित्त मंत्रालय ने इसी साल फरवरी में डीएचएफएल को कर्ज देने वाले तीन बड़े बैंकों बैंक ऑफ बड़ौदा, भारतीय स्टेट बैंक और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया को निर्देश दिया था कि वे कम्पनी में फंड की हेरा-फेरी के आरोपों की फॉरेंसिक ऑडिट करें। डीएचएफएल पर गंभीर आरोप लगे थे कि उसने कॉरपोरेट मंत्रालय को जरूरी जानकारी दिए बिना बड़े लोन मंजूर कर दिए। प्रमोटर वधावन परिवार ने निजी फायदों के लिए शेल कम्पनियों का नेटवर्क बनाया और बड़े पैमाने पर फंड की हेराफेरी की। पूरे खेल में करीब 31 हजार करोड़ रुपए का घपला होने के संगीन आरोप भी हैं।
पैसा बकाया तो एनपीए क्यों घोषित नहीं किया?
फॉरेंसिक ऑडिट में सामने आया कि सभी 25 समूहों पर डीएचएफएल का बकाया कर्ज करीब 1४ हजार करोड़ रुपए है। इनमें 15 कम्पनियों को दिए 7 हजार करोड़ का लोन गैर निष्पादित परिसम्पत्ति (एनपीए) में नहीं बदला गया, जबकि यह बकाया लम्बे समय से वापस नहीं आया। इन कंपनियों ने दूसरी कम्पनियों के प्रीफरेंस शेयरों की खरीद के लिए करीब 4 हजार करोड़ रुपए का निवेश भी कर दिया।
ग्राहकों की बचत राशि से खरीदे एमएफ
जांच में यह भी सामने आया कि डीएचएफएल ने बैंकों से जो 27 हजार करोड़ रुपए का लोन ग्राहकों को होम लोन लेने के नाम पर लिया, उसमें से करीब 10 हजार 50 करोड़ रुपए की राशि म्यूचुअल फंड (एमएफ) में निवेश कर दी। गत 6 जुलाई तक डीएचएफएल पर कुल कर्ज 83 हजार 873 करोड़ रुपए का था, जिसमें से 38 हजार करोड़ रुपए उसे बैंकों को देने हैं।
इसलिए पड़े डीएचएफएल के ठिकानों पर छापे
डीएचएफएल के मुंबई स्थित कई ठिकानों पर इडी ने इसलिए छापेमारी की कि उसके सनब्लिंक रियल एस्टेट कंपनी से कारोबारी संबंध हैं। डीएचएफएल ने इस कंपनी को 2 हजार 186 करोड़ रुपए का कर्ज दिया था। यह कर्ज इकबाल मिर्ची को स्थानांतरित कर दिया गया। मामले में सनब्लिंक कम्पनी भी जांच के घेरे में हैं।
भारी घाटे में चल रही डीएचएफएल
डीएचएफएल पर छापेमारी ऐसे समय पर हुई है जब चालू वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही (अप्रेल से जून) के परिणामों की घोषणा हुई। इसके मुताबिक कम्पनी को जून तिमाही में 242.48 करोड़ रुपए का घाटा हुआ। पिछले वित्त वर्ष में इसी दौरान कम्पनी को 431.71 करोड़ रुपए का शुद्ध मुनाफा हुआ था। समीक्षा अवधि में कम्पनी की कुल आय घटकर करीब 2 हजार ४०० करोड़ रुपए रही, जो गत वर्ष की इसी अवधि में 3 हजार 154 करोड़ रुपए थी।

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