29 हजार किसानों के नाम पर लिया कर्ज गुट्टे ने गंगाखेड शुगर्स से जुड़े 29 हजार किसानों के नाम पर फर्जी दस्तावेज का इस्तेमाल कर छह बैंकों से यह कर्ज लिया था। परभणी, बीड, उस्मानाबाद, लातूर आदि जिलों के किसानों को जब कर्ज वसूली के लिए बैंकों का नोटिस, जुलाई 2017 में मिला, तब गुट्टे की काली करतूत का खुलासा हुआ। इस मामले में गंगापुर शुगर्स के सीईओ नंदकुमार शर्मा, तुलसीदास अंभोरे और बच्चूसिंह पडवल के साथ ही गुट्टे हवालात में हैं।
अजीत पवार का करीबी गुट्टे राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता अजीत पवार का करीबी है। गंगाखेड शुगर कारखाने का उद्घाटन राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने किया था। गुट्टे की पत्नी संध्या गुट्टे राकांपा की प्रदेश महासचिव रही हैं, जो फिलहाल राष्ट्रीय समाज पार्टी के साथ जुड़ी हैं।
मोहित कंबोज डिफॉल्टर घोषित दूसरी तरफ सरकारी नियंत्रण वाले बैंक ऑफ बड़ौदा (बॉब) ने भाजपा युवा मोर्चा (भाजयुमो) के मुबंई अध्यक्ष मोहित भारतीय (कंबोज) को विलफुल डिफॉल्टर घोषित किया है। बैंक की ओर से बुधवार को कंबोज की तस्वीर सहित एक विज्ञापन जारी किया गया था। बैंक ने कहा है कि भारतीय रिजर्व बैंक के निर्देशों के मुताबिक डिफॉल्टर के नाम का खुलासा किया गया है। बैंक ने मोहित के साथ जीतेंद्र कपूर नामक शख्स की भी तस्वीर छापी है, जिसे भी डिफॉल्टर घोषित किया है। वहीं मोहित ने बैंक के इस कदम को साजिश बताते हुए कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी है। एक बयान जारी कर उन्होंने बताया कि उन्होंने जिस कंपनी ने कर्ज लिया था, उसके प्रमोटरों और निदेशकों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है। मैंने उस कर्ज की गारंटी दी थी। इस मामले में 2014 में निचली अदालत में बैंक मुकदमा हार चुका है। मोहित ने यह भी कहा कि पर्सनल गारंटर के तौर पर उन्होंने 76 करोड़ रुपए दो साल के दौरान चुकाए हैं।