इससे पहले राज्य भर में सुबह आठ बजे से मतगणना का काम शुरू हुआ। सुरक्षा घेरे के बीच राज्य की 288 सीटों की मतगणना के लिए 269 केंद्र बनाए गए हैं। चुनाव आयोग ने राज्य भर से 25 हजार कर्मचारियों को तैनात किया है। राज्य के सह मुख्य चुनाव अधिकारी दिलीप शिंदे ने बताया कि मतगणना के लिए चाक चौबंद व्यवस्थाएं की गई हैं। मतगणना के परिणाम राज्य सरकार की वेबसाइट पर तत्काल उपलब्ध कराए जा रहे हैं, जिससे लोग घर बैठे नतीजे देख पा रहे हैं। प्रत्येक मतगणना केंद्र पर 14 से 20 टेबलें वोटों की गिनती के लिए लगाई गई हैं। प्रत्येक टेबल पर एक पर्यवेक्षक और दो से तीन सहायक नियुक्त किए गए हैं। प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के पांच बूथों वोट गिने जा रहे हैं। प्रत्येक टेबल पर एक माइक्रो पर्वेक्षक को भी लगाया गया है,, जिसकी निगरानी में इवीएम मशीन से निकलने वाले डेटा को सुरक्षित किया जा रहा है। इस दौरान प्रत्येक टेबल पर राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि भी उपस्थित हैं और तमाम जानकारी जुटाकर संबंधित लोगों को भेज रहे हैं। आपको बता दें कि मतदान के बाद से राज्य में मतदान प्रक्रिया के बाद से सभी इवीएम और वीवीपैट मशीनों को कड़ी सुरक्षा में सुरक्षित रखा गया था।
3237 उम्मीदवारों का बढ़ी धड़कनें परिणाम का प्रत्याशी भी बेसब्री से इन्तजार कर रहे हैं। चुनावी मैदान में उतरे 3 हजार 237 प्रत्याशियों के दिलों की धड़कनें तेज हो गई हैं। परिणाम क्या होगा, इसे लेकर उम्मीदवार और राजनीतिक दलों में अलग-अलग तरह के कयास लगाए जा रहे हैं।
किसको चुनेगी, जनता पता चलेगा राज्य में नई सरकार किसकी बनेगी, इसका खुलासा सुबह …..बजे तक लगभग हो जाएगा। जनता फिर से भाजपा-शिवसेना की महायुति पर मुहर लगाएगी या कांग्रेस-एनसीपी के गठबंधन को मौका देगी, ये भी स्पष्ट हो जाएगा।। मतदाताओं ने किस पार्टी और उम्मीदवार पर आशीर्वाद बरसाया, इसका खुलासा तो पूरी मतगणना के बाद आने वाले परिणामों से साफ हो पाएगा।
परिणाम से पहले चले बातों के तीर चुनाव परिणाम से पहले शिवसेना के सांसद संजय राऊत ने पार्टी की बड़ी जीत का दावा किया। उन्होंने कहा कि शिवसेना इस चुनाव में 100 से ज्यादा सीटें जीतेंगी और महाराष्ट्र में महायुति को बहुमत मिलेगा। उन्होंने कहा कि शिवसेना के बिना भाजपा सत्ता हासिल नहीं कर सकती। राज्य में फिर से दोनों दलों की सरकार बनेगी। युति को 200 से ज्यादा सीटें मिलेंगी। उन्होंने कहा कि भाजपा का शिवसेना के बगैर कोई पर्याय नहीं है।
नतीजे तय करेंगे फडणवीस का कद चुनाव के परिणाम मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस के कद को भी निर्धारित करेंगे। 2014 में भाजपा ने महाराष्ट्र में बिना किसी चेहरे के चुनाव लड़कर सत्ता पाने में कामयाबी हासिल की थी। लेकिन, इस चुनाव में पार्टी फडणवीस के चेहरे पर ही चुनाव मैदान में उतरी। ऐसे में चुनाव के नतीजे फडणवीस की योग्यता और क्षमता का निर्धारण भी कर देंगे। परिणाम भाजपा के पक्ष में आए तो पार्टी में उनका दबदबा बढ़ जाएगा।