लोकल टे्रन के हादसों को रोकने की अनूठी पहल
मुंबई•May 06, 2019 / 05:40 pm•
Devkumar Singodiya
लोकल टे्रन के हादसों को रोकने की अनूठी पहल
मुंबई. लोकल से होने वाली मौतों को रोकने के लिए वन रुपी क्लीनिक के लोग भी साथ आ रहे हैं। वे पत्रिका की जान बचाओ मुहिम में शामिल होते हुए मुंबई लोकल से यात्रा करने वाले लोगों को सजग करने की तैयारी में जुटे हैं। उन्होंने मुंबई लोकल से सफर करने वालों को शपथ दिलाने की योजना बनाई है। सेंट्रल के विविध स्टेशनों पर इन लोगों की टीम यात्रियों को शपथ दिलाएगी।
मुंबई लोकल से रोज होने वाली लगभग 10 लोगों की मौत और लगभग इतने ही लोगों के घायल होने का मामला पत्रिका ने जोरशोर से उठाया है। लोकल ट्रेन से हर वर्ष हो रही तीन हजार मौतों को लेकर गंभीर रिपोर्ट दी है। पत्रिका के इस काम को सकारात्मक रूप से लेते हुए रेल मंत्री पीयूष गोयल ने रेल अधिकारियों को मौतें रोकने के लिए उपाय योजना करने का आदेश दिया। इस आदेश को सेंट्रल और वेस्टर्न रेलवे ने सकारात्मक रूप से लेते हुए मौतों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की तैयारी दिखाई है। इसी क्रम में सेंट्रल लाइन में पत्रिका की पहल पर बीजू डॉमनिक की टीम और एडीआरएम आशुतोष गुप्ता के नेतृत्व में रेल अधिकारियों की एक टीम ठाणे में कार्य कर रही है। दूसरी रेलवे की एक टीम दादर में कार्य कर रही है। दोनों ही जगह उत्साहित करने वाले परिणाम सामने आ रहे हैं। पत्रिका के सवालों का जवाब देते हुए रेल मंत्री ने बताया कि दोनों लाइनों की पटरी के दोनों तरफ की दीवारों को बनाने का काम तेजी से चल रहा है। वेस्टर्न ने बड़े क्षेत्र में यह कार्य पूरा कर लिया है। इसके चलते लोगों की मौतों में कमी आई है। इसके अलावा दोनों डीआरएम ने लोगों की मौतों को गंभीरता से लेते हुए आरपीएफ को भी कदम उठाने का निर्देश दिया है। आरपीएफ के जनजागरण और दूसरी पहलों के चलते लोगों की मौतों में कमी आई है।
अब वन रुपी क्लीनिक के इस मुहिम में शामिल होने से और तेजी से जनजागरण किया जा सकेगा। वन रुपी क्लीनिक के सीईओ राहुल घुले ने बताया कि हम लोगों के जन जागरण के लिए कार्य करने जा रहे हैं। इसके लिए हम सभी से आवाहन करते हैं कि लोगों की जान बचाओ मुहिम में शामिल हों।
यह शपथ दिलाएंगे
इस मुहिम के तहत पांच लाख लोगों को शपथ दिलाने की योजना बनाई गई है कि 1. मैं चलती गाड़ी में नहीं चढूंगा/चढूंगी 2. मैं चलती गाड़ी से नहीं उतरूंगा/उतरूंगी। 3. रेलवे ट्रैक नहीं पार करूंगा/करूंगी 4. रेल डिब्बों के ऊपर सवारी नहीं करूंगा/करूंगी 5. रेलवे के सभी नियमों का पालन करूंगा/करूंगी, आदि शमिल हैँ। बताया जाता है कि इन मामूली की सावधानी बरतने से लोगों की जान बचाई जा सकती है, जिसकी लोग अनदेखी करते हैं।