व्यापारी परेशान
ग्राहक भी अन्य आमों की तुलना में हापुस आम को ज्यादा प्राथमिकता देते हैं, इसलिए हापुस के नाम पर ऐसे ग्राहकों को कर्नाटक का आम देकर फंसाया जा रहा है। एक ब्यापारी ने बताया कि मार्केट में जब हापुस की कीमत 500 से लेकर 2000 रुपए तक है तो फिर 250 से 400 रुपए में हापुस बाहर कैसे मिल जाता है, लोगों को भी समझना चाहिए कि आखिर अच्छा और असली हापुस आज भी 800 से 2000 रुपए पेटी है तो इन्हें बाहर इतना सस्ता हापुस कैसे मिल सकता है। इससे तो साफ जाहिर होता है कि असली की आड़ में नकली हापुस बेचा जा रहा है और इस कारनामे में मार्केट के कुछ ब्यापारियों के भी शामिल होने की बात कही जा रही है। हालात यही रहे तो कीमत गिर जाएगी।