बता दें कि बीएमसी ने इन झीलों में जल स्तर कम होने के कारण मुंबई व आसपास के इलाको में 27 जून से 10 फीसदी पानी की कटौती शुरू कर दी थी। अब इस पानी की किल्लत से अच्छी बारिश ने बाहर निकाल दिया है।
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मुंबई में मानसून ने 10 जून के पहले दस्तक दे दी थी। इस सप्ताह मुंबई में अच्छी बारिश हुई, खासकर पिछले दो दिनों में और अच्छी बारिश देखने को मिली। बुधवार को सभी झीलों में पानी के भंडार में 16,000 मिलियन लीटर और गुरुवार की सुबह 5000 मिलियन लीटर की बढ़ोत्तरी हुई। पिछले 24 घंटों में सबसे ज्यादा बारिश मुंबई में स्थित तुलसी झील के पास 120 मिमी और विहार झीलों में 112 मिमी दर्ज की गई है। इससे पहले मुंबईवासियों को अगस्त 2020 में पानी की कटौती का सामना करना पड़ा था। बारिश कम होने की वजह से पानी का स्टॉक कम हो गया था। लेकिन इस बार अच्छी बारिश ने लोगों को राहत दी है। बीएमसी अधिकारियों के मुताबिक मोदक सागर, विहार, तुलसी, तानसा, अपर वैतरणा और भाटसा झीलों से रोजाना शहर को 3,850 मिलियन लीटर पानी की आपूर्ति की जाती है।
पिछले कुछ सालों में नगर निकाय ने वर्षा जल संचयन, नए बोरवेल लगाने, नवीनीकरण आदि जैसे प्रयोगों के साथ पानी के अतिरिक्त स्रोतों की तलाश जारी है। मुंबई में मानसून हमेशा से पानी का मुख्य स्रोत रहा है। बीएमसी को उम्मीद है कि मुंबई के लोगों को अब पानी की किल्लत का सामना नहीं करना पड़ेगा। वाले समय में भी मौसम विभाग ने और अच्छी बारिश की भविष्यवाणी की है। अब बीएमसी 1 अक्टूबर को झीलों के जल स्तर का वार्षिक जायजा लेगी।