साबित होगा गेमचेंजर
किर्लोस्कर के एक अधिकारी ने कहा कि परिवहन माध्यमों और कृषि उपकरणों के लिए एथेनॉल गेमचेंजर साबित होगा। हर कोई महंगे पेट्रोल-डीजल से परेशान है। फ्लेक्सी फ्यूल इंजन वाले वाहनों की मांग बढ़ी है। हम इसकी सप्लाई बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं। पेट्रोल-डीजल के मुकाबले एथेनॉल प्रति लीटर 40 से 45 रुपए सस्ता मिल रहा। वाहन मालिकों-चालकों को न सिर्फ बचत होगी बल्कि गन्ना किसानों की आमदनी भी बढ़ेगी। देश का तेल आयात बिल भी कम होगा।
20 प्रतिशत मिलावट का लक्ष्य
कच्चे तेल का आयात कम करने के लिए सरकार एथेनॉल उत्पादन, इलेक्ट्रिक वाहनों को प्रोत्साहन दे रही है। ईंधन के रूप में ग्रीन हाइड्रोजन के इस्तेमाल की दिशा में युद्ध स्तर पर काम चल रहा। एथेनॉल मिश्रित पेट्रोल की बिक्री हो रही है। 2025 तक 20 प्रतिशत मिश्रण का लक्ष्य है। फ्लेक्स इंजन वाले वाहन बनाने की दिशा में बजाज ऑटो, टीवीएस आदि कंपनियां भी काम कर रही हैं।