बढ़ी चिंता: मरीजों की आंत में खून का थक्का, गैंगरीन की समस्या
मुंबई•Jun 03, 2021 / 07:02 pm•
Chandra Prakash sain
ब्लैक फंगस ही नहीं, कई और बीमारियां भी साथ लाया कोरोना
बसंत मौर्य/ मुंबई. कोरोना अकेले ही नहीं आया, म्यूकोरमाइकोसिस (ब्लैक फंगस) के अलावा कई बीमारियां भी साथ लाया है। कोरोना के बाद शरीर में रक्त पहुंचाने वाली धमनियों में थक्कों से स्ट्रोक व हार्ट अटैक से अलग बीते कुछ दिनों में पेट दर्द के मरीज भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। मुंबई में 50, अहमदनगर में 20, राजकोट में 100 से अधिक, बेंगलूरु में 50 और चेन्नई में करीब 25 ऐसे मरीज मिले हैं।
डॉक्टरों का कहना है कि आंतों में खून के थक्कों के चलते रक्त प्रवाह बाधित होने से पेट दर्द हो रहा है। फेफड़ों की तरह कोरोना वायरस गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक को भी संक्रमित कर सकता है। धमनियों में थक्कों से हृदय-मस्तिष्क सहित शरीर के कई अंगों तक रक्त प्रवाह नहीं हो पा रहा। नए मामले दिख रहे हैं। बेंगलूरु के पल्मोनोलॉजिस्ट डॉ. रवींद्र मेहता के अनुसार, कई ऐसे मरीज भी पॉजिटिव निकले, जिन्हें पेट दर्द के साथ सुनने में दिक्कत थी।
धमनी में गांठ, छोटी आंत में गैंगरीन
डॉक्टरों के अनुसार, धमनियों में थक्कों की वजह से आंत में रक्त प्रवाह बाधित होता है। चिकित्सकीय भाषा में इसे एक्यूट मेसेंट्रिक इशेमिया (एएमआइ) कहते हैं। पेट दर्द के मरीजों की जांच में धमनी में गांठ और छोटी आंत में गैंगरीन मिला। अध्ययन में पता चला है कि 16 से 30 प्रतिशत कोरोना मरीजों में गैस्ट्रो के लक्षण हैं। गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल सर्जन डॉ. हेमंत पाटील ने बताया कि पेट दर्द का इलाज कराने आए लोग जांच में कोविड पॉजिटिव निकले।