मुम्बई , पुणे , पिम्परि चिंचवड़ , मालेगाव, जैसे रेड ज़ोन क्षेत्र में आम जनता को कोई बड़ी राहत नहीं है । जबकि ऑरेंज ज़ोन में लोगों को राहत दी गई है । ओरेंज व ग्रीन ज़ोन में सशर्त ओला-उबर तो ग्रीन ज़ोन में एसटी बस 50 प्रतिशत चलाने की सशर्त अनुमति दी गई है।
लॉक डाउन के तीसरे चरण में राज्य के 14 जिले रेड जोन में है । 16 ऑरेंज ज़ोन में तो 6 जिले ग्रीन ज़ोन में है। लगातार 21 दिन तक कोई कोरोना मरीज नही मिलने वाले जिलों को पहले ऑरेंज और फिर ग्रीन जोन में शामिल किया जाएगा।
कंटेन्मेंट ज़ोन के प्रत्येक नागरिक को आरोग्य सेतु एप्प डाउनलोड करना होगा।
साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग के पालन को लेकर सख्त हिदायत दी गई है । नियम तोड़ने वालों पर करवाई । इनको छूट
रेड ज़ोन क्षेत्र में डॉक्टर्स,नर्स, पुलिस, फायर ब्रिगेड, गार्ड, बैंक कर्मचारी , मनपा कर्मचारी, आदि जरूरी क्षेत्र से जुड़े लोग बिना रोक टोक आवाजाही कर सकेंगे। सभी ज़ोन मे ट्रक , मालवाहक टेम्पो चल सकेंगे। पुराने पास लागू होंगे ।
मुम्बई और पुणे राज्य के सबसे बड़े शहरों में है। आर्थिक काम काज और उद्योग इन्ही क्षेत्रो में अधिक है । लॉक डाउन नियमो में अधिक ढील नहीं मिलने से उद्योग प्रभवित हो रहा है वहीं घरों में कैद लोगों की सब्र की सीमाएं भी टूट सकती हैं ।