मुंबई

Maha Politics: भीमाकोरेगाव मामला : शिवसेना एनसीपी में कोई रार नहीं – अजित पवार

शिवसेना (SHIVSENA) और एनसीपी(NCP) के बीच किसी भी मुद्दे पर कोई अनबन नहीं है। दोनों दल अपने सहयोगी कांग्रेस के साथ मिलकर ठीक से सरकार चला रहे हैं। भिमाकोरेगाव(BHIMAKOREGAV) हिंसक घटना की जांच को लेकर शिवसेना के रुख पर मिडिया के एक सवाल के जावब में अजित पवार बोल रहे थे। भीमाकोरेगाव के हिंसक घटना की जांच को मुख्यमंत्री ने एनएआई(NAI) से कराने अनुमति दी जिसे लेकर एनसीपी नाराज हो गई।

मुंबईFeb 17, 2020 / 03:24 pm

Ramdinesh Yadav

Maha Politics: भीमाकोरेगाव मामला : शिवसेना एनसीपी में कोई रार नहीं – अजित पवार

मुंबई। राज्य के महाविकास आघाडी सरकार में शामिल तीनो दलों के बीच सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। ऐसी खबरों का राज्य के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने खंडन किया है. अजित पवार ने कहा कि सरकार में सबकुछ ठीक है। ऐसा एक नहीं सैकड़ों बार कहा जा चूका है लेकिन फिर भी लोगों को क्यों ऐसा लगता है। शिवसेना और एनसीपी के बीच किसी भी मुद्दे पर कोई अनबन नहीं है। दोनों दल अपने सहयोगी कांग्रेस के साथ मिलकर ठीक से सरकार चला रहे हैं। भिमाकोरेगाव हिंसक घटना की जांच को लेकर शिवसेना के रुख पर मिडिया के एक सवाल के जावब में अजित पवार बोल रहे थे।
भीमाकोरेगाव के हिंसक घटना की जांच को मुख्यमंत्री ने एनएआई से कराने अनुमति दी जिसे लेकर एनसीपी नाराज हो गई। एनसीपी इसे राज्य सरकार के एस आई टी से कराने की मांग पर अड़ी थी। एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार इस मुद्दे पर पहले ही कह चुके है कि राज्य सरकार इस मामले की जांच कराये।
भाजपा में हिम्मत है तो लोकसभा चुनाव करा कर देख लें , भ्रम टूट जायेगा -एनसीपी
मुंबई .राज्य में महाविकास आघाड़ी सरकार और विपक्ष में चुनौती देने का खेल जारी है . सोमवार को सरकार के एक मंत्री नवाब मलिक ने भाजपा को ललकारते हुए नई चुनौती दे डाली। कहा कि यदि भाजपा में इतना ही हिम्मत है तो केंद्र की सरकार को बर्खास्त कर लोकसभा चुनाव करा लें , उसे भी पता चल जाएगा कि जनादेश किसकी तरफ है , देश की जनता क्या चाहती है।
एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार की ओर से बुलाई गई पार्टी कोटे के मंत्रियों की बैठक में शामिल होने के पूर्व मिडिया से बातचीत में मलिक ने यह चुनौती भाजपा को दी . इससे पहले रविवार को पूर्व मुख्यमंत्री व् विधानसभा में विपक्ष नेता देवेन्द्र फडनवीस ने महाविकास आघाडी सरकार को चुनौती देते हुए कहा था कि हिम्मत है तो विधानसभा चुनाव करा कर देख लें , शिवसेना , कांग्रेस , एनसीपी को औकात समझ में आ जाएगी . देवेन्द्र से पहले मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने भाजपा को चुनौती दिया था कि भाजपा राज्य में सरकार गिराकर दिखाए .
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