ठाकरे परिवार के निवास मातोश्री बंगले में शनिवार को शनिवार को शिवसेना विधायक दल की बैठक हुई, जिसमें पार्टी प्रमुख उद्धव भी मौजूद रहे। बैठक में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पास किया गया कि सरकार में शिवसेना को बराबर की हिस्सेदारी मिलनी चाहिए। साथ ही मांग की गई कि ढाई साल के लिए शिवसेना का मुख्यमंत्री बनाने बाबत भाजपा से लिखित आश्वासन भी मिलना चाहिए।
शिवसेना नेता प्रताप सरनाईक ने कहा कि हमारी मांग कोई नई नहीं है। लोकसभा चुनाव के समय ही 50:50 का फॉर्मूला तय हुआ था। शिवसेना विधायक दल के फैसले का भाजपा को सम्मान करना चाहिए। हमें लिखित आश्वासन चाहिए। उन्होंने कहा कि हम आदित्य ठाकरे को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं। सिल्लोड से पार्टी के विधायक अब्दुल सत्तार ने भी सरनाईक की बात का समर्थन किया। सत्तार ने कहा, शिवसेना अध्यक्ष इस बारे में अंतिम फैसला करेंगे।
विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार ने कहा कि कांग्रेस ने शिवसेना को सरकार बनाने के लिए खुला ऑफर दिया है। शिवसेना की तरफ से कोई प्रस्ताव मिलता है तो हम इस बारे में पार्टी आलाकमान से बात करेंगे। यह शिवसेना को तय करना है कि उन्हें ढाई साल का मुख्यमंत्री चाहिए या फिर पूरे पांच साल का। यह फैसला शिवसेना ही कर सकती है। लेकिन, इसमें कोई शक नहीं कि कांग्रेस के समर्थन से शिवसेना सरकार पांच साल चल सकती है।
भाजपा के नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक दिवाली बाद 30 अक्टूबर को होगी। चुनाव के बाद पार्टी के नेता थोड़ा आराम के मूड में हैं। ज्यादातर विधायक दिवाली अपने गृह क्षेत्र में घर-परिवार और समर्थकों के बीच मनाना चाहते हैं। इसलिए भाजपा विधायकों की बैठक दिवाली के बाद बुलाई गई है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक भी 30 अक्टूबर को ही होगी।