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Maharashtra News: बोर्ड की परीक्षा का फॉर्म भरने के लिए सेंटर मांग रहे मनमाने पैसे, छात्रों की बढ़ी परेशानियां

महाराष्ट्र में बोर्ड एग्जाम फॉर्म को लेकर स्टूडेंट्स की परेशानियां बढ़ गई हैं। एक्सटर्नल और प्राइवेट छात्र फॉर्म नंबर 17 के माध्यम से परीक्षा के लिए रजिस्टर कर सकते हैं। ये फॉर्म वे छात्र भी भर सकते हैं, जिन्होंने सामाजिक, आर्थिक, पारिवारिक या व्यक्तिगत समस्याओं की वजह से स्कूल छोड़ दिया है।

मुंबईOct 07, 2022 / 08:31 pm

Siddharth

Board Exam

महाराष्ट्र में अगले साल फरवरी-मार्च में एचएससी और एसएससी परीक्षा होने वाले हैं। महाराष्ट्र स्टेट बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एंड हायर सेकेंडरी एजुकेशन (MSBSHSE) के पास इन परीक्षाओं को करवाने का जिम्मा है। लेकिन परीक्षा के लिए रजिस्ट्र करने वाले एक्सटर्नल और प्राइवेट स्टूडेंट्स को एग्जामिनेशन फॉर्म भरने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कई छात्र को उनके द्वारा चुने गए स्कूलों में परीक्षा केंद्र द्वारा एक्स्ट्रा पैसों की डिमांड की जा रही हैं। परीक्षा केंद्रों द्वारा मांगे जा रहे मनमाने पैसों के चलते छात्रों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
एक्सटर्नल और प्राइवेट छात्र फॉर्म नंबर 17 के माध्यम से परीक्षा के लिए रजिस्टर कर सकते हैं। ये फॉर्म उन छात्रों के लिए भी काम का है, जिन्होंने आर्थिक, सामाजिक, पारिवारिक या व्यक्तिगत समस्याओं के चलते बीच में ही स्कूल छोड़ दिया है।
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छात्रों से मांगे गए छह हजार रुपए: बता दें कि एक 17 साल के छात्र ने नाम न बताने की शर्त पर बताया कि मैंने ऑनलाइन फॉर्म भरा था और एक साइबर कैफे में जाकर परीक्षा शुल्क जमा किया था। जब मैं वेरिफिकेशन प्रक्रिया के लिए अपने फॉर्म जमा करने के लिए एक जूनियर कॉलेज गया, तो मुझे छह हजार रुपये भरने के लिए कहा गया। मैं फीस नहीं भर सका और नाना पेठ के एक अन्य जूनियर कॉलेज में गया। वहां भी, उन्होंने 500 रुपये मांगे लेकिन कम से कम मुझे अपना परीक्षा का फॉर्म जमा करने का मौका तो मिला।
शिवाजीनगर की एक कार्यकर्ता प्रतीक्षा हवाला ने बताया कि कई छात्रों को स्कूलों या जूनियर कॉलेजों में अपने फॉर्म जमा करने की अनुमति नहीं थी। कई छात्र हैं, जो सामाजिक और आर्थिक समस्याओं के चलते बीच में ही पढ़ाई छोड़ दिया था। ऐसी ही एक 17 साल की स्टूडेंट है, जो 10वीं क्लास में दोबारा शामिल हो रही है। कॉलेज ने सीटों उपलब्ध नहीं होने का हवाला देकर उसे परीक्षा का फॉर्म जमा करने की इजाजत नहीं दिया।
प्रतीक्षा ने आगे बताया कि स्टूडेंट्स को आलंदी में एक कॉलेज सेंटर में कोशिश करने को कहा गया। उसके पेरेंट्स ने उसे पढ़ाई छोड़ने के लिए कहा। ये बेहद ही दुखी करने वाला है कि जब हम ऐसे स्टूडेंट्स को शिक्षा से दोबारा जोड़ने का प्रयास करते हैं, तो इस प्रकार की परेशानियां हालात को और कठिन बना देते हैं।
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