खबरें हैं कि शिवसेना की तरफ से लगातार उपेक्षा का शिकार होने के कारण एकनाथ शिंदे नाराज थे। इसी के कारण वे कल शाम से ही सीएम उद्धव ठाकरे का फोन नहीं उठा रहे थे। ऐसे में माना जा रहा है कि सभी विधायक प्रेस वार्ता कर बड़ा ऐलान कर सकते हैं। खबरें यह भी है कि इन विधायकों को सूरत लाने में बीजेपी के दो बड़े नेताओं का रोल है। शिवसेना के 15 विधायक सूरत में हैं। शिवसेना के ये विधायक अगर बागी हुए तो सरकार गिर सकती है।
उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र की 10 सीटों पर विधान परिषद चुनाव के नतीजे आए हैं। जिसमें बीजेपी के सभी उम्मीदवार जीते हैं। शिवसेना और एनसीपी के दो-दो उम्मीदवार विजयी हुए हैं। कांग्रेस के खाते में एक सीट गई है। मौजूदा समय में राज्य की उद्धव सरकार को 153 विधायकों का समर्थन हासिल है। जबकि सरकार बनाने के लिए 144 विधायक चाहिए, लेकिन एक सीट वर्तमान में खाली है।
शिवसेना के दिग्गज नेताओं में शिंदे की गिनती होती है। साल 2019 में जब विधानसभा चुनाव के परिणाम आए थे तो पार्टी ने उन्हें विधायक दल का नेता चुना था। वे बाला साहेब ठाकरे के समय से ही पार्टी से जुड़े हुए हैं और ठाणे इलाके के बड़े नेता भी हैं। महाराष्ट्र में राज्यसभा और विधान परिषद चुनाव के दौरान शिवसेना ने शिंदे को साइडलाइन किया था जिसके बाद से ही वह नाराज थे।