यह घटना मानवता को शर्मसार करने वाला है। पूरी जांच फास्ट ट्रैक पर की जाएगी और आरोपी को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने आरोपियों पर सख्त शासन व्यवस्था लागू करने के निर्देश दिए हैं ताकि कोई भी इस तरह की घटना को अंजाम देने की हिम्मत न करे। इस मामले में सीएम शिंदे ने पुलिस महानिदेशक से भी चर्चा की है। सीएम ने प्रशासन को यह सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया है कि पीड़ित महिला को हर संभव इलाज मिले और कोई नुकसान न हो।
बता दें कि दो आरोपियों ने 35 वर्षीय महिला को अलग-अलग जगहों पर ले गए और मदद का झांसा देकर भंडारा में उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया। बलात्कार के बाद पीड़िता को बिना कपड़ों के ही जंगल में छोड़ दिया गया। पीड़िता रात भर बेरहमी के साथ दर्द से कराहती हुई। महिला का नागपुर मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा है। पुलिस ने इस मामले में दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है। मुख्य आरोपी अभी तक फरार है।
पीड़िता अपने पति से अलग हो गई है। वह अपनी बहन के साथ गोंदिया के गोरेगांव में रहती थी। 30 जुलाई को दोनों बहनों के बीच किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ जिसके चलते वह रात को ही घर से निकल गई थी। वह भंडारा जिले में मां के पास जाने के बहाने से वह से चली गई। 30 जुलाई को आरोपी उसे गोंदिया जिले के मुंडीपार जंगल में ले गया और घर छोड़ने का झांसा देकर उसके साथ दुष्कर्म किया।
अगले दिन 31 जुलाई को वे उसे पलासगांव के जंगल में ले गए और प्रताड़ित किया। इसके बाद आरोपी वहां से फरार हो गया। इस बीच, पीड़िता जंगल से निकलकर लखनी तालुका के कन्हालमोह पहुंच गई। वहां उसकी मुलाकात बाइक की मरम्मत कर रहे एक शख्स (आरोपी नंबर दो) से हुई। 1 अगस्त को आरोपी ने उसे घर पर छोड़ने के बहाने अपने दोस्त के साथ मिलकर मदद करने का झांसा देकर उसके साथ बेरहमी से मारपीट की। वारदात के बाद सुबह करीब 8 बजे आरोपी करधा थाना अंतर्गत कन्हलमोह गांव के पुल के पास से फरार हो गए।