विश्व हिंदू संगठन की विदर्भ इकाई ने इस मामले में महाराष्ट्र सरकार और नागपुर पुलिस आयुक्त को पत्र लिखा है। आज से शुरू हुए देवी दुर्गा के नौ दिवसीय उत्सव के दौरान पारंपरिक गरबा और डांडिया का कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। वीएचपी के विदर्भ क्षेत्र के सचिव गोविंद शेंडे ने एक रिलीज में कहा कि विदर्भ में अलग-अलग संगठनों और मंडलों द्वारा कई गरबा और डांडिया कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। जहां लड़कियां, महिलाएं और परिवार बड़ी संख्या में हिस्सा लेते हैं।
गोविंद शेंडे ने कहा कि गरबा और डांडिया सिर्फ मनोरंजन नहीं बल्कि पूजा है। गैर हिंदू को इन जगहों पर एंट्री की इजाजत नहीं दी जानी चाहिए। एंट्री से पहले लोगों के आधार कार्ड की जांच की जानी चाहिए और आयोजन स्थलों पर सीसीटीवी कैमरा लगाया जाना चाहिए। क्योंकि इन आयोजनों के दौरान कई असामाजिक तत्व शामिल होते हैं।
लव जिहाद लगाया आरोप: बता दें कि गोविंद शेंडे ने आरोप लगाते हुए कहा कि हाल ही में लव जिहाद के मामलों में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। वीएचपी ने उत्सवों के दौरान उचित उपाय करने के लिए मंडलों और कार्यक्रम के आयोजकों से भी संपर्क किया है। बता दें कि शारदीय नवरात्रि का त्योहार इस साल 26 सिंतबर यानी आज से शुरू हो गया है। 5 अक्टूबर को इसका समापन होगा।