राउत ने अपने लेख में कहा है कि सावरकर ने जेल में रहकर जिस प्रकार से प्रताडऩा झेला है, वैसा पंडित जवाहर लाल नेहरू और महात्मा गांधी ने नहीं झेला है। जो पीड़ा सावरकर को हुई थी उसका एहसास गांधी और नेहरू को नहीं थी। राउत ने कहा कि राहुल गांधी को सावरकर मामले में अधिक नहीं बोलना चाहिए, उनका जमीन पर रहकर बोलना ज्यादा उचित है। सावरकर पर राहुल गांधी को माफी मांगनी चाहिए इसमें कोई हर्ज नहीं।
राउत के इस बयान पर कांग्रेस के नेताओं ने कड़ी आपत्ति जताई है। कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता सचिन सावंत ने कहा कि राउत ज्यादा बोलते हैं उन्हें पता नहीं चलता है कि वे क्या बोल रहे हंै। गांधी, नेहरू और सावरकर में तुलना नहीं हो सकती है। गांधी नेहरू की विचारधारा देश हित में थी, जबकि सावरकर की विचारधारा देश के लिए घातक थी। उन्हें जानकारी कम है। सावरकर को काले पानी की सजा नहीं थी, वे ड्यूटी पर थे अंग्रेजों के चापलूस बनकर।