महाराष्ट्र के राज्यपाल ने विधानसभा का विशेष सत्र भी इसलिए ही बुलाया है कि फ्लोर टेस्ट किया जा सके। ऐसे में शिंदे सरकार को सोमवार यानि चार जुलाई को बहुमत साबित करना है। जिसकी तैयारी पहले से ही शिंदे ने कर रखी है। शिंदे के दावे के अनुसार उन्हें 50 विधायकों का समर्थन हासिल है। साथ ही बीजेपी के पास 106 विधायक हैं। जबकि अन्य 11 भी शिंदे के साथ हैं। ऐसे में अगर सभी विधायकों का समर्थन मिला तो ये बहुमत से 23 अधिक है।
वहीं शिंदे के दावे सही साबित हुए तो एकनाथ शिंदे आसानी से बहुमत साबित कर लेंगे। इसके अलावा तीन जुलाई को विधानसभा के अध्यक्ष का भी चुनाव होने जा रहा है। ये पद भाजपा के हिस्से में गया है। शिंदे ने पद संभालते ही प्रशासनिक काम शुरू किया है। बताया जा रहा है कि उन्होंने महाराष्ट्र के एडवोकेट जनरल को आदेश दिए हैं कि मेट्रो कार शेड आरे में ही बनेगा, इसे लेकर कोर्ट के सामने सरकार का पक्ष रखा जाए।
शिंदे खेमे ने सुप्रीम कोर्ट में कहा है कि वह असली सेना है। इसका तर्क है कि उद्धव ठाकरे ने एनसीपी और कांग्रेस के साथ गठबंधन करके बालासाहेब की हिंदुत्व विचारधारा को कमजोर करने काम किया है। पहले ऐसी खबर थी कि विधानसभा का विशेष सत्र 2 जुलाई से शुरू होगा। लेकिन अब इसे तीन जुलाई किया गया है।