गौर हो कि महाराष्ट्र में नई सरकार गठन के 39 दिन बाद कैबिनेट का विस्तार किया गया है। मंत्रिमंडल का विस्तार 50-50 फॉर्मूले के तहत हुआ है जिसके मद्देनजर दोनों ओर से 9-9 विधायक मंत्री बनाए गए हैं। इन सब के बीच नाराज बच्चू कडू ने सीएम से मुलाकात की है। उन्होंने कहा कि निर्दलीयों में से किसी को मौका नहीं दिया गया है। जिससे वे नाराज हैं। सीएम शिंदे से मुलाकात के बाद कडू ने स्वीकार किया कि थोड़ी नाराजगी तो है।
बच्चू कडू ने कहा कि थोड़ी नाराजगी है, लेकिन इतनी नहीं है कि गुट छोड़कर ही कहीं और चला जाऊं। एकनाथ शिंदे और बच्चू कड़ू के बीच मुख्यमंत्री के ठाणे स्थित सरकारी निवास नंदनवन में यह मुलाकात हुई है। कडू ने कहा कि शिंदे ने उन्हें मंत्री पद देने का वादा किया था। इसलिए थोड़ी नाराजगी है।
उन्होंने कहा कि आगे चल कर फिर विस्तार होने वाले हैं। मैंने मंत्रिपद के लिए नहीं बल्कि कई मुद्दों को लेकर उनका समर्थन किया है। अगर उन मुद्दों पर आगे कम नहीं होता दिखा तो तब विचार करेंगे। हमें मंत्री बनाने का वादा किया है कि इसलिए हमनें इसकी मांग की है।
उल्लेखनीय है कि शिंदे कैबिनेट में जिन 18 मंत्रियों ने शपथ ली है उसमें राधाकृष्ण विखे पाटिल, सुधीर मुनगंटीवार, चंद्रकांत पाटिल, मंगल प्रभात लोढ़ा, विजयकुमार गावित, गिरीश महाजन, गुलाबराव पाटिल, सुरेश खाड़े, संदीपन भुमरे, दादा भूसे, संजय राठौड, उदय सामंत, तानाजी सावंत, रवींद्र चव्हाण, अब्दुल सत्तार, दीपक केसरकर, अतुल सावे, शंभूराज देसाई का समावेश है।