महाराष्ट्र मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर दूसरी तरफ खबर यह भी है कि सुप्रीम कोर्ट जब तक शिंदे गुट के 16 विधायकों के अयोग्यता के नोटिस और शिवसेना पर शिंदे या उद्धव ठाकरे में से किसका दावा सही इसे लेकर कोई फैसला नहीं देता है तब तक मंत्रिमंडल का विस्तार खींचा रह सकता है।
महाराष्ट्र के सियासी संकट और मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर हो रही देरी के बीच सरकारी वकील उज्जवल निकम और एकनाथ शिंदे की मुलाकात के कई मायनें निकाले जा रहे हैं। सीएम एकनाथ शिंदे के ठाणे स्थित निवास ‘नंदनवन’ में कल दोनों की मुलाकात हुई है। खबरें यह भी हैं कि सीएम शिंदे उज्ज्वल निकम पर कोई बड़ी जिम्मेदारी दे सकते हैं या फिर कोई बड़े मामले में उनकी राय ले रहे हैं।
वहीं कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना की तरफ से शिंदे सरकार पर मंत्रिमंडल विस्तार में हो रही देरी को लेकर निशाना साधा जा रहा है। कांग्रेस का कहना है कि शिंदे खेमा जो विभाग चाहता है वह बीजेपी देने के लिए तैयार नहीं है। जिसके कारण मंत्रिमंडल के विस्तार में देरी हो रही है। जबकि शिंदे गुट के प्रवक्ता दीपक केसरकर ने कहा कि मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर सब तय हो गया है। साथ ही आने वाले दो से तीन दिन में मंत्रिमंडल का विस्तार हो सकता है।