मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने गुरुवार को कहा कि सांगली और कोल्हापुर में बाढ़ के हालात गंभीर हैं। उन्होंने अधिकारियों को आदेश दिया है कि बाढ़ प्रभावितों की हर संभव मदद करें। साथ ही बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने के प्रयास भी लगातार किए जा रहे हैं। एनडीआरएफ, सेना और नौ सेना की टीमें नाव की मदद से लोगों को सुरक्षित जगह पहुंचा रही हैं। वायु सेना के हेलीकॉप्टर बाढ़ में घिरे लोगों को एयरलिफ्ट कर सुरक्षित जगह पहुंचा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हालात गंभीर है, जिसे उचित समय पर राष्ट्रीय आपदा घोषित किया जा सकता है।
मृतकों में सात महिलाएं
नाव पलटने का हादसा सांगली की पलूस तहसील में हुआ। हादसे में जिन नौ लोगों की मौत हुई है, उनमें सात महिलाएं हैं। हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को राज्य सरकार की तरफ से पांच-पांच लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया गया है।
अलमट्टी डैम से छोड़ा जाएगा पानी
बाढ़ से निजात के लिए मुख्यमंत्री फडणवीस ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा से अलमट्टी बांध से पानी छोडऩे का आग्रह किया है। कर्नाटक सरकार ने इसे मान लिया है और अलमट्टी डैम से पांच लाख क्यूबिक पानी छोड़ा जाएगा। बांध से पानी छोड़े जाने के बाद सांगली के लोगों को बाढ़ से राहत मिलेगी।
जेल में भरा पानी
बाढ़ का पानी सांगली जेल में भी घुस गया। बाढ़ के पानी से जेल में बंद कुल 360 कैदी परेशान हो गए। मिली जानकारी अनुसार जेल में लगभग चार से पांच फुट तक पानी भर गया। कैदियों को बचाने के लिए जेल प्रशासन ने नाव बुलाई और कैदियों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया। इस बीच दो कैदियों ने भागने का प्रयास किया, जिन्हें मुस्तैद पुलिस ने पकड़ लिया।
बचाव में जुटीं 50 टीमें
कोल्हापुर और सांगली जिलों में एनडीआरएफ और सेना की 50 टीमें बचाव अभियान में जुटी हैं। इनमें से 22 टीमें कोल्हापुर में काम कर रही हैं जबकि सांगली में 11 और पुणे में सात टीमें लगाई गई हैं। सांगली और कोल्हापुर के लिए एनडीआरएफ की अतिरिक्त दो-दो टीमें भेजी गई हैं। बाढ़ में घिरे लोगों की मदद के लिए पुणे के लिए भी एनडीआरएफ की एक अतिरिक्त टीम भेजी गई है। राहत व बचाव कार्य के लिए कोस्ट गार्ड और नेवी की टीमें भी रवाना की गई हैं।
पश्चिमी महाराष्ट्र के कई जिले बाढ़ प्रभावित हैं। कोल्हापुर, सांगली और पुणे जिलों में पिछले तीन में मुसलाधार बारिश हुई है। इससे पहले मुंबई, ठाणे, रायगड, रत्नागिरी, सिंधु दुर्ग और नासिक में भी भारी बारिश के चलते बड़ी तबाही हो चुकी है।