scriptMaharastra Election : पत्रिका ग्राउंड रिपोर्ट : नंदुरबार में रोजगार और पलायन सबसे बड़ा मुद्दा | Maharastra state Assembly Election 2019 | Patrika News
मुंबई

Maharastra Election : पत्रिका ग्राउंड रिपोर्ट : नंदुरबार में रोजगार और पलायन सबसे बड़ा मुद्दा

वर्ष 1998 में धुलिया से अलग नंदुरबार जिले में नवापुर में उद्योग नहीं
जिले के अधिकतर गांव खाली
आदिवासियों के गांवों में सुविधाओं का अभाव है। गांवों में सब विकास के वादों का पिटारा खोल रहे हैं। पर दावों और आश्वासनों के बीच स्थिति कुछ ओर बयां करती हैं।

मुंबईOct 19, 2019 / 05:01 pm

Binod Pandey

Maharastra Election : पत्रिका ग्राउंड रिपोर्ट : नंदुरबार में रोजगार और पलायन सबसे बड़ा मुद्दा

Maharastra Election : पत्रिका ग्राउंड रिपोर्ट : नंदुरबार में रोजगार और पलायन सबसे बड़ा मुद्दा

संदीप पाटील
नंदुरबार. महाराष्ट्र के पहले आदिवासी जिले नंदुरबार में विधानसभा चुनाव को लेकर नेताओं और राजनीतिक पार्टियों के कार्यकर्ताओं का हुजूम उमड़ा हुआ है। आदिवासियों के गांवों में सुविधाओं का अभाव है। गांवों में सब विकास के वादों का पिटारा खोल रहे हैं। पर दावों और आश्वासनों के बीच स्थिति कुछ ओर बयां करती हैं। जिले में रोजगार और लोगों का पलायन बड़ा मुद्दा है। उद्योग के नाम पर नवापुर में कुछ इकाइयां हैं, लेकिन एमआइडीसी की मांग लंबे अरसे से फाइलों में दबी पड़ी है। उद्योगों के नहीं होने से अधिकांश युवा बेरोजगार हैं। अधिकतर परिवार रोजी-रोटी के लिए गुजरात जाते हैं। वे साल के आठ महीने गुजरात आते हैं और शुगर फैक्ट्रियों में दिहाड़ी मजदूरी कर गांव लौट जाते हैं। इस दौरान अधिकतर गांव खाली रहते हैं।

बीएड कर चुके सुरेश पाडवी ने कहा, यहां युवाओं के लिए रोजगार नहीं है। सरकारी तो छोडि़ए निजी नौकरी के अवसर नहीं है। युवा गुजरात, पुणे, मुंबई, नासिक जाते हैं। चुनाव के वक्त हर नेता और पार्टी नए उद्योग और नंदुरबार में एमआइडीसी लाने का वादा करते हैं, लेकिन चुनाव खत्म होते ही सबकुछ भूल जाते हैं। शिक्षक देवेन्द्र बोरसे ने बताया कि तीन बार एमआइडीसी की घोषणा की जा चुकी है, जगह तय हो जाती है, बाद में मामला फाइलों में खो जाता है।
मोदी लहर या इंदिरा माई का पंजा
नवापुर सीट कांग्रेस की गढ़ कही जाती है। वर्ष 2009 को छोड़ कर हमेशा कांंग्रेस यहां से जीती। 2014 के विधानसभा चुनाव में मोदी लहर के बीच भी इस सीट को कांग्रेस बचाने में कामयाब रही। लेकिन, इस बार राजनीतिक समीकरणों ने मुकाबला रोचक कर दिया है। पूर्व मंत्री माणिकराव गावित के पुत्र भरत गावित ने कांग्रेस छोड़़कर भाजपा का दामन थामा है। पार्टी ने उन्हें यहां से प्रत्याशी भी बनाया है। कांग्रेस के विधायक रहे स्वरूपसिंह नाईक के पुत्र शिरीष नाईक को पार्टी ने प्रत्याशी बनाया है। दो दिग्गजों के बीच कड़ी टक्कर देखने मिल रही है।
दलबदलुओं से मुकाबला होगा रोचक
नंदुबार सीट भाजपा के लिए चुनौतीपूर्ण नहीं है। भाजपा ने यहां पर वर्तमान विधायक डॉ. विजय गावित को पुन: मैदान में उतारा है। जबकि कांग्रेस के शीर्ष नेता रहे चंद्रकांत रघुवंशी के चुुनाव से ऐन पहले शिवसेना में शामिल होने से कांग्रेस का गणित गड़बड़ा गया है। शहतलोदा सीट से भाजपा के विधायक उदयसिंह पाड़वी का टिकट कटने से वे कांग्रेस में शामिल हो गए। कांग्रेस ने उन्हें नंदुरबार सीट से अपना प्रत्याशी बनाया है। हालांकि बाहरी उम्मीदवार का ठप्पा लोगों को खल रहा है।
नंदुरबार जिले की जंग इनके बीच

विस क्षेत्र उम्मीदवार का नाम पार्टी
– नंदुरबार शहर डॉ.विजय गावित भाजपा उदयसिंह पाड़वी कांग्रेस
– नवापुर भरत गावित भाजपा शिरिष नाईक कांग्रेस
– अक्कलकुवा के.सी.पाडवी कांग्रेस आमश्या पाडवी शिवसेना
– तलोदा-शाहदा राजेश पाडवी भाजपा पद्माकर तड़वी कांग्रेस

Home / Mumbai / Maharastra Election : पत्रिका ग्राउंड रिपोर्ट : नंदुरबार में रोजगार और पलायन सबसे बड़ा मुद्दा

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो