साध्वी मैत्रीप्रभा ने सिद्धि-तप एवं साध्वी सुधाप्रभा ने कंठी-तप क्र संघ की नीवों को मजबूती प्रदान की। साध्वी मैत्रीप्रभा हमारे वर्ग की सबसे छोटी साध्वी है, किन्तु मोती तपस्या क्र बड़ी बन गई है। तप के प्रति इनका बेहद लगाव है। साध्वी अणिमा की साधनामय शक्ति एवं साध्वी मंगलप्रज्ञा के अनिर्वचनीय वात्सल्य और साध्वी कर्णिका साध्वी मैत्रीप्रभा व साध्वी समत्वयशा के सहयोग से हुआ है। साध्वी मैत्रीप्रभा ने कहा महाश्रमण की कृपा से मेरा सिद्धि-तप सिद्ध हुआ है। मैंने तो सिद्धि-तप का सपना भी नहीं लिया था। यह सपना अणिमाश्री ने लिया था और उन्होंने ही पूरा किया है।
उनकी दिव्य ऊर्जा मेरे रोम-रोम को ऊर्जामय बना देती है। मुंबई सभाध्यक्ष नरेंद्र तातेड़, पूर्व अध्यक्ष भंवरलाल कर्णावट, ठाणा सभाध्यक्ष देवीलाल, भाग्य कच्छारा, जयश्री बडाला, प्रेमलता सिसोदिया, महावीर डेलढीया, दिशांत डेलढीया, संदीप रांका, प्रतिभा चौपड़ा, कुलदीप चौपड़ा, कुलदीप बैद, अमराव देवी सेठिया, विमला बरलोटा, रमिला बडाला, नीलम सेठिया, राकेश टूकलिया, कल्याण मित्र कैलाश गोयल ने अपने श्रद्धा सिक्त उद्गारों के साथ साध्वी वृन्द के प्रति तप अनुमोदना की। काजल गोखरू, राशि श्रीश्रीमाल, विश्व बरलोटा, श्रद्धा कोठारी, जिनल बडाला, रिया राठौड़, पायल पुनमिया, जयश्री श्रीश्रीमाल, दिशा श्रीश्रीमाल, विनीता मेहता एवं रश्मि कोठारी कन्या मंडल ने भावपूर्ण गीत की प्रस्तुति दी। संचालन सभा के मंत्री जितेंद्र बरलोटा ने किया।