अपने आप में विशाल और अनूठे मंदिर के प्रांगण में अंतर्राष्ट्रीय लेबल का रेस्टॉरेंट के साथ गेस्ट हाऊस, 1008 सीट का ऑडोटोरियम हॉल, कॉन्फ्रेंस हॉल, संस्कार हॉल, (महाराष्ट्राचा गौरव) म्यूजियम हॉल, सहित सारी सुविधाएं उपलब्ध होगी। मंदिर में कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव की तैयारी बड़ी धूमधाम से की गई है, यहां 3 से चार लाख की तादात में श्रद्धालु जन्माष्टमी महोत्सव में शामिल होकर भगवान कृष्ण का आशीर्वाद ग्रहण करते हैं।
इस्कॉन मंदिर के अध्यक्ष डॉ.सुरा दास ने बताया कि मंदिर निर्माण का कार्य लगभग 60 प्रतिशत हो चुका है। वर्तमान में बच्चों के अंदर जो गतिविधियां पैदा हो रही है, उनके भविष्य के लिए मंदिर में संस्कृत विद्यालय, धर्म-अध्यात्म की शिक्षा, भौतिक शिक्षा, आध्यात्मिक शिक्षा, आयुर्वेदिक स्पॉ, नशा मुक्ति, के लिए वनप्रस्त कॉलेज का निर्माण किया गया है। 150 छात्र संस्कृत की विद्या ग्रहण करके बाहर निकले हैं। अध्यक्ष ने बताया कि इस मंदिर में वृंदावन के भी दसावतार राम मंदिर, भगवान के जीवन की पूरी तैल चित्र दिखाई जाएगी। ढाई एकड़ भूखंड पर मंदिर होगा, एक एकड़ में वाहन पार्किंग तथा 5 एकड़ में गार्डेन तैयार होगा। यहां पर कल्चर सेंटर में छात्रों को संस्कृत और अन्य ग्रंथों की शिक्षा प्रदान की जाएगी।