मूसा का सुरक्षा घेरा
ड्रग माफिया मूसा ने अपनी सुरक्षा के लिए मजबूत घेरा बना रखा है। उसके पास पांच अफ्रीकी बॉडीगार्ड हैं। इनके पास विदेशी पिस्तौल और तलवार जैसे असलहे हैं। एनसीबी टीम पर पिस्तौल से फायरिंग की गई थी। यह भी पताया लगाया जा रहा कि ड्रग माफिया को विदेशी पिस्तौल कैसे मिली।
दलदली जमीन पर जंगल
वाशी-मानखुर्द के बीच खाड़ी के दोनों तरफ दलदली जमीन है। इस पर घना जंगल है। पुलिस आसानी से यहां नहीं पहुंच सकती। मूसा और उसके गिरोह के सदस्यों के लिए यह जगह मुफीद है। यहीं से छिप कर वह अपना काला धंधा चलाता है। जंगल से ही ड्रग की सप्लाई होती है। वहीं पर पैसे का लेन-देन भी होता है।
अड्डे से नहीं निकलता
उसके बॉडीगार्ड से पूछताछ में पता चला है कि जंगल में ही मूसा का अड्डा है। वह अपने अड्डे से कभी बाहर नहीं निकलता। उससे मिलना आसान नहीं। पूरी छानबीन और तसल्ली के बाद ही ड्रग पेडलर्स को मूसा के पास जाने दिया जाता है। ड्रग का सौदा भी वह खरा करता है। बिना पैसे लिए किसी को भी नशीला पदार्थ नहीं देता।