उल्लेखनीय है कि मुंबई में टॉयलेट टैंको की समय पर सफाई नहीं की जाती है, जिससे इन टैंको में गैस जमा हो जाती है और टैंक फट जाते हैं। इसके अलावा शौचालयों का निर्माण ठीक से नहीं किया गया है, जिससे वे खर्चीले हो गए हैं। पिछले चार सालों में ऐसे हादसों में 6 लोगों की मौत हुई है। इसलिए मुंबई में शौचालयों के संरचनात्मक ऑडिट की मांग की गयी है। वहीं नगर पालिका ने खतरनाक शौचालयों का ऑडिट शुरू कर दिया है। संरचनात्मक ऑडिट खतरनाक शौचालयों को तोड़ने और उन्हें फिर से स्थापित करने के बारे में हैं। नगर पालिका इसके लिए 16 करोड़ 36 लाख रुपये खर्च करेगी। हालांकि, मुंबई में म्हाडा की ओर से भी शौचालय बनाए गए हैं। सर्वेक्षण में पाया गया है कि निर्माण के बाद म्हाडा से निर्मित शौचालयों की दुरव्यावस्था बढ़ी है। इस लिए मुंबई में जिन क्षेत्रों में शौचालयों का निर्माण किया जाना है, उनका सर्वेक्षण किया जाता है।
केंद्रीय निकाय में शौचालय निर्माण के लिए 2 करोड़ रुपये का प्रावधान है। साथ ही, शौचालय की मरम्मत के लिए 1-1 करोड़ रुपये प्रदान किए गए हैं। मुंबई नगर निगम ने 1415 शौचालयों में से 934 शौचालयों का संरचनात्मक ऑडिट किया है। इसमें से 383 शौचालय धोखादायक हैं। नगर पालिका के डी, एच पूर्व, के पूर्व, एल, एम, एन, एस और टी के 9 वार्डों में 355 शौचालयों का ऑडिट अभी भी चल रहा है। सार्वजनिक शौचालयों की बड़े पैमाने पर मरम्मत की जाएगी। मुंबई नगरपालिका इसके लिए 5 करोड़ 35 लाख रुपये खर्च करेगी। 102 शौचालयों की मामूली मरम्मत की जाएगी। महानगर पालिका इसके लिए 5 करोड़ 6 लाख रुपये खर्च करेगी।
म्हाडा के कई शौचालय टूट गए हैं। इन सभी का संरचनात्मक रूप से ऑडिट किया जाएगा। म्हाडा द्वारा मरम्मत किए जाने के बाद नगरपालिका उन्हें स्वीकार करेगी। मुंबई नगर निगम के सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट डिपार्टमेंट के डिप्टी कमिश्नर ने म्हाडा मुंबई स्लम इंप्रूवमेंट बोर्ड को एक पत्र भेजकर कहा है कि उसके बाद जनता को बिजली और पानी की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। नगरसेवकों को करने के लिए विभाग के कार्यालयों में 3 लाख तक ई-टेंडर की अनुमति होगी। यह ठोस अपशिष्ट निधियों के उपयोग की अनुमति देता है।
– 5 मार्च, 2015 मानखुर्द महाराष्ट्र साईबाबा चॉल, 1 मौत
– 4 फरवरी, 2017 मानखुर्द मंडल, इंदिरा नगर लोहार चॉल में 3 मौत
– 28 अप्रैल, 2018 भांडुप टेक रोड, 2 मौत