लोगों की शिकायत
नागरिकों का कहना है कि कई गाँव के कुएँ का जलस्तर काफी नीचे पहुँच गया है, जबकि गाँव में बोरवेल का पानी भी काफी कम देने लगा है। पनवेल तालुका में देहरंग (गाढ़ेश्वर) बांध से पनवेल एवं न्यू पनवेल को पानी की आपूर्ति किया जाता है । हालांकि उसी क्षेत्र में रहने वाले आदिवासियों को भीषण धूप में पीने के लिए पानी का विवरण बनाना पड़ता है। वारदोली ग्राम पंचायत सीमा में हालटेप और ताड़ाचाटेप इन दोनों जगहों पर 23 अप्रैल से प्रतिदिन सरकारी टैंकरों के माध्यम से जलापूर्ति की जा रही है। आपटा ग्रामपंचायत के घेरावाड़ी, माड भवन, कोरलवाडी में टैंकर की मांग की गई है। उस स्थान पर टैंकर से पानी की आपूर्ति किए जाने का प्रस्ताव भेज दिया गया है। ऐसी जानकारी पानी आपूर्ति विभाग के उप अभियंता आर.डी.चव्हाण ने दी है। इस तरह से शिरवली, कोंडप, मोहोदर, कुत्तर पाडा इन चार जगहों का निरीक्षण किया गया, यहां भी पानी की समस्या गंभीर है यहां के लिए भी टैंकर की मांग की गई है।
मीरा भायंदर में भी गहराया जल संकट
मीरा भायंदर. पानी आपूर्ति की कमी के चलते एक बार फिर से जल संकट गहराता नजर आ रहा है। मनपा की लापरवाही के चलते शहर एक बार फिर से जल संकट की ओर बढ़ रहा है, जिसके चलते आनेवाले दिनों में पानी की किल्लत और बढऩे के आसार नजर आ रहे हैं। गुरुवार रात 12 बजे से पानी बंद होता है तो शनिवार सुबह आठ बजे आता है। यह प्रक्रिया पूरे छह महीने से अधिक समय से चल रही है। नागरिक स्कूलों की छुट्टियों की वजह से मूल निवास को चले गए है। मीरा रोड के पूनम क्लस्टर में प्रति माह सवा से डेढ़ लाख रुपए टैंकर मंगवाने पर खर्च होता है, तो तीन महीने में जो मनपा का पानी का बिल आता है वो तकऱीबन पांच से छह लाख रुपए होता है।