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मुंबई

Pune News: कॉलेज के सामने शराब का विज्ञापन लगाना पड़ा महंगा, होटल मैनेजर के खिलाफ मामला दर्ज

महाराष्ट्र के पुणे में लोनी कालभोर के एक होटल व्यवसायी ने इलाके के एक निजी कॉलेज के गेट पर “दो घंटे के लिए 799 रुपये में अनलिमिटेड शराब” का विज्ञापन करके खुलेआम शराब बेचना शुरू कर दिया है। इस मामले में होटल मैनेजर पर केस दर्ज को गया है।

मुंबईJul 23, 2022 / 09:26 pm

Siddharth

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महाराष्ट्र के पुणे में लोनी कालभोर के एक होटल व्यवसायी ने इलाके के एक निजी विश्वविद्यालय के गेट पर “799 रुपए में दो घंटे के लिए अनलिमिटेड शराब” का विज्ञापन करके खुलेआम शराब बेचना शुरू कर दिया है। लोनी कालभोर क्षेत्र के एक प्रसिद्ध निजी विश्वविद्यालय के गेट पर नागरिकों ने इस विज्ञापन को देखा और उसके बाद इसकी शिकायत दर्ज कराई गई। लोनी कालभोर पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए होटल ‘द टिप्सी टेल्स होटल’ के मैनेजर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
मिली जानकारी के मुताबिक, मैनेजर का नाम देवीप्रसाद सुभाष शेट्टी है। लोनी कालभोर थाने के पुलिस नायक प्रदीप भीमराव क्षीरसागर ने इस मामले में प्राथमिकी दर्ज की है। लोनी स्टेशन क्षेत्र में द टिप्सी टेल्स नाम से एक होटल है, जिसे देवी प्रसाद सुभाष शेट्टी चलाते हैं। बता दें कि कुछ दिनों पहले देवी प्रसाद सुभाष शेट्टी ने अपने होटल के शराब कारोबार को बढ़ावा देने के लिए एक बड़े प्राइवेट कॉलेज के प्रवेश द्वार विज्ञापन लगाया था कि कॉलेज के छात्रों को दो घंटे के लिए 799 रुपये में अनलिमिटेड शराब मिलेगी।
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किसी स्कूल, कॉलेज या विश्वविद्यालय के प्रवेश द्वार से 100 मीटर के दायरे में शराब की बिक्री पर रोक के बावजूद शेट्टी कॉलेज के छात्रों को खुलेआम शराब बेच रहा था। स्थानीय लोगों ने इस मामले में आवाज उठाने की कोशिश की, लेकिन शेट्टी ने स्थानीय गुंडों की मदद से नागरिकों की आवाज को दबा दिया। लोनी कालभोर के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक राजेंद्र मोकाशी और अधिकारियों ने होटल जाकर शेट्टी के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
पुणे में कई निजी विश्वविद्यालयों के परिसरों में कई चीजों पर प्रतिबंध लगाई गई है। स्थानीय लोगों ने मांग की कि ऐसे विज्ञापनों पर तुरंत प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए क्योंकि उनके द्वारा किए गए विज्ञापनों की वजह से छात्र ड्रग्स की ओर आकर्षित होंगे। कई लोगों का मानना है कि आज की युवा पीढ़ी बर्बाद होती दिख रही है। लेकिन जब व्यवसायी इस तरह की चीजों का विज्ञापन करते हैं तो एक सवाल खड़ा हो जाता है कि इसके लिए किसे दोषी ठहराया जाए।
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