धारा के विपरीत बढ़ाए कदम रूबी ने देखा कि लोग बेहद परेशान होते हैं, वे समझ नहीं पाते कि क्या करें, कहां जाएं? तभी तय किया कि मैं इन लोगों की मदद करूंगी। जब मैंने अपने लोगों की राय ली तो मुझे समझाया गया कि आप गरीबों की आर्थिक सहायता करें। लोगों के विरोध को नजरअंदाज करते हुए मैंने छह महीने की छुट्टी ली और काम शुरू किया। इस तरह मुंबई में ‘संजीवनीÓ लाइफ बियांड कैंसर की नींव पड़ी। यह संस्था कैंसर पीडि़तों की हर संभव मदद करती है। इसमें सबसे पहले उनकी काउंसिलिंग की जाती है। संजीवनी एंजेल (40 लोगों की टीम) इस तरह से कार्य करते हैं ताकि लोगों के मन में कैंसर का जो भय है, वह निकल जाए।
10 लोगों की कोर टीम रूबी के कार्य को देखते हुए उनके कई मित्र सामने आए और 10 लोगों की एक कोर टीम बनी। इन्हें फाउंडर मेंटर कहा जाता है। यह जरूरत पडऩे पर संजीवनी की मदद करते हैं। रूबी चार महीने का फुल टाइम ट्रेनिंग प्रोग्राम चलाती हैं। इसमें कैंसर केयर के विषय में ट्रेनिंग दी जाती है। प्रयास होता है कि लोगों के मन से कैंसर का भय कम हो। योगा, मनोविज्ञान, न्यूट्रीशन, फिजियोथिरेपी जैसे उपायों की जानकारी दी जाती है।
कैंसर पीडि़तों के लिए 12 दिन का कोर्स वे कैंसर पीडि़तों के लिए 12 दिन का एक कोर्स कराती हैं, जिसमें यह लोग मरीज को सिखाते हैं कि कैसे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्यूनिटी) बढ़ाई जाए। कैंसर को लेकर यूट्यूब पर 73 वीडियो उपलब्ध कराए गए हैं, जिनका मकसद लोगों को कैंसर के बारे में जानकारी देना और मरीजों का मनोबल बढ़ाना है। रूबी यहीं नहीं रुकती हैं, वह कैंसर होने से पहले युवाओं को स्वस्थ रहने के गुर भी सिखा रही हैं।
कैंसर केयर पर ठोस पहल की जरूरत रूबी कहतीं हैं, हकीकत यह है कि सभी सुविधाएं होने बावजूद कैंसर केयर को लेकर भारत में ठोस पहल नहीं हुई है। हमें कैंसर केयर को समझना होगा। यह चुनौती बड़ी है जिसमें पैसे, दवा, रहने की व्यवस्था ही नहीं शरीर का जो अंग कट जाएगा उसे स्वीकारना, रिलेशिनशिप में आने वाली परेशानियां आदि शामिल हैं। इन मामलों से निपटते हुए आगे कैसे बढऩा है, हम लोगों को यह सिखाते हैं। हम पूरी ताकत के साथ हर मोर्चे पर उनके साथ खड़े होते हैं। हमारे पास इतने पैसे नहीं होते कि हम लोगों को सीधे पैसे की मदद कर सकें। लेकिन, हमारी टीम लोगों को सरकारी योजनाओं, ट्रस्टों, धर्मशालाओं-संस्थाओं से जोड़ कर उनकी मदद करते हैं। मैं सिर्फ इतना कहना चाहती हूं कि अगर किसी के दर्द को कम कर सकें तो जीवन सुंदर होगा।