दो साल बाद भी जले हिस्से की मरम्मत नहीं
मुंबई•Mar 16, 2019 / 07:08 pm•
Devkumar Singodiya
आग से क्षतिग्रस्त स्काई वॉक का हाल-बेहाल
उल्हासनगर. मई 2016 को उल्हासनगर स्टेशन पर कैंप चार की तरफ कैनरा बैंक के एटीएम मशीन में आग लग जाने से ऊपर का स्काय वॉक पुल का एक हिस्सा भी जल कर ख़ाक हो गया था। करीब दो साल बाद भी पुल का वह हिस्सा जैसा को तैसा है।
प्रशासन ने इसकी मरम्मत तक की नहीं सोची। 2010 से लेकर 2015 तक इसके मेंटेनेंस के लिए किसी कम्पनी को पांच साल के एग्रीमेंट में देखरेख का ठेका दिया गया था, उसके बाद ठेका रिन्यू नहीं होने की वजह से स्काय वॉक दुव्र्यवस्था का शिकार है।
कैंप तीन को कैंप चार से जोडऩे वाले उल्हासनगर रेलवे स्टेशन के पास स्काई वाक का निर्माण यहां के निवासियों को आवाजाही में सुविधा होने के लिए किया गया था। रेलवे स्टेशन के पुल से लोगों को आना-जाना नहीं करना पड़े इस वजह से करीब 34 करोड़ रुपए की लागत से एम.एम.आर.डी.ए. ने वर्ष 2010 में इस स्काई वॉक (पादचारी पुल) का निर्माण कराया था। देखरेख के अभाव में यह जर्जर होकर टूटने के कगार पर है। लोगों की मांग के बावजूद न तो मरम्मत ही हुई है, न सुरक्षा रक्षक तैनात किए गए हैं।
वालधुनी जल बिरादरी से जुड़े सामाजिक कार्यकर्ता शशिकांत दायमा के अनुसार स्थानीय मनपा प्रशासन से कई बार पत्र व्यवहार किया जा चुका है कि स्काई वॉक जर्जर अवस्था में है, परंतु इस पर ध्यान नहीं दिया जा रहा। पुल का कुछ हिस्सा इस कदर टूटफूट कर क्षतिग्रस्त हो चुका है कि इससे आदसे का अंदेशा होता है। कैंप तीन में उल्हासनगर रेलवे स्टेशन पर बने स्काय वॉक का निर्माण कार्य वर्ष 2008 में शुरू हुआ था और 2010 में बनकर तैयार हुआ।