मुंबईPublished: Apr 10, 2019 06:28:44 pm
Devkumar Singodiya
गुड़ी पाडवा: त्योहारों पर उत्सव के सार्वजनिक आयोजन से आत्मविभोर हुईं
गुड़ी पाडवा: त्योहारों पर उत्सव के सार्वजनिक आयोजन से आत्मविभोर हुईं
मुंबई. आतंकवाद से ग्रस्त जम्मू-कश्मीर की चीन से जुड़ी सीमा लेह-लद्दाख क्षेत्र में पढऩेवाली 30 छात्राएं पांच दिवसीय सांस्कृतिक एवं शैक्षणिक यात्रा पर मुंबई आईं हुई हैं। कश्मीर की इन लड़कियों ने डोंबिवली में जब गुड़ी पाड़वा के अवसर पर वहां के आयोजन देखे, तो वे भारतीय संस्कृति की महिमा देख दंग रह गईं। वरिष्ठ समाजसेवी स्वरूपचंद गोयल और लोढ़ा फाउंडेशन की अध्यक्ष मंजू लोढ़ा ने इन छात्राओं से मिलकर उनके साथ सामाजिक कार्य के अपने अनुभव बांटे।
सामाजिक, सांस्कृतिक एवं शैक्षणिक विकास के लिए कार्यरत संस्था श्रीहरि संत्संग समिति के आमंत्रण पर मुंबई आई इन छात्राओं ने यहां की भागदौड़ भरी जिंदगी के साथ ही विकास के सच को भी परखा। अपने प्रदेश के पिछड़ेपन को लेकर चिंतित हुईं और विकास के लिए अमन-चैन को जरूरी बताया। युवतियों ने बताया कि उन्हें मुंबई की जीवन-शैली और महानगरी के विकास से बहुत कुछ सीखने-समझने को मिला है। डोंबिवली में ये छात्राएं गुड़ी पाड़वा के विभिन्न आयोजनों में शामिल हुईं। इनके डोंगरी भाषा में गाए देश भक्ति के गीत ने सभी को मंत्र-मुग्ध कर दिया। इन सभी छात्राओं के व्यवहार, आचरण और हर काम में देश के प्रति श्रद्धा का भाव देखकर यह अहसास हुआ कि हमारे देश की आनेवाली पीढ़ी एक समृद्ध सांस्कृतिक समाज का निर्माण करने में सक्षम है।
समाजसेवी स्वरूपचंद गोयल के प्रयासों से इन छात्राओं को मुंबई भ्रमण का अवसर मिला। सेवा भारती प्रकल्प के अंतर्गत ये छात्राएं उत्तर भारत में शिक्षा, स्वावलंबन, स्वास्थ्य सामाजिक सदभाव एवं सांस्कृतिक विकास के कार्यों से संबद्ध हैं।