…तो दूर हो जाएगी दो सौ गांव-बस्तियों की जलापूर्ति की समस्या
मुंबईPublished: May 30, 2019 05:27:03 pm
विधायक ने जलापूर्ति मंत्री को कसारा घाटी में जलाशय बनाने का प्रस्ताव दिया
पानी के लिए कतार में अपनी बारी का इंतजार
ठाणे. जिले में आने वाले शहापुर तहसील के अधिकांश गांव और बस्तियां जल संकट से जूझ रही हैं। तहसील में रहने वाले लोगों को जल संकट से मुक्ति दिलाने के लिए कोकण स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के भाजपा विधायक एड निरंजन डावखरे ने कसारा घाटी की खाई में अमृतकुंभ जलसागर जलाशय का निर्माण करने की मांग राज्य के जल संपदा मंत्री गिरीश महाजन से की है। उन्होंने कहा कि इससे ग्रामीणों को इस समस्या से छुटकारा मिल सकेगा।
ठाणे और मुंबई की प्यास बुझाने वाले अधिकांश जलाशय जिले के शहापुर तहसील में ही हैं। इसके बावजूद तहसील की स्थिति अधिकांश गांवों और बस्तियों में रहने वाले ग्रामीणों को न केवल भारी पेयजल किल्लत का सामना करना पड़ रहा है, बल्कि उन्हें कई किलोमीटर तक पैदल जाकर दूर-दराज से पानी लाने के लिए बाध्य होते हैं।
दो सौ गांवों में हैं समस्या
जानकारी के अनुसार तहसील के करीब दो सौ गांवों और बस्तियों में रहने वाले लोगों को पानी के लिए दर-दर भटकना पडता है। भीषण गर्मी के चलते कुएं का भी जलस्तर धीरे-धीरे नीचे जा रहा है। इससे ग्रामीणों की समस्या दिनोंदिन बढ़ती जा रही है। बीते दिनों भाजपा विधायक एड निरंजन डावखरे ने तहसील में जलसंकट से जूझ रहे कुछ गांवों और बस्तियों का दौरा कर स्थिति का मुआयना किया था। इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों से जलसंकट को दूर करने के लिए तत्काल उपाययोजना और इसे लेकर समुचित नियोजन करने पर विस्तार पूर्वक चर्चा की। इस दौरान भाजपा विधायक डावखरे को ग्रामीणों ने सुझाव दिया कि शहापुर तहसील के उत्तर की तरफ घाटनदेवी माता मंदिर और दक्षिण की ओर कसारा घाट मार्ग पर स्थित पांच से सात घाटी हैं, जिसमें अमृतकुंभ जलाशय का निर्माण किया जा सकता है। इसे लेकर प्रस्ताव भी तैयार किया गया है। यह 200 से 500 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है, जिस कारण गुरुत्वाकर्षण पद्धति से आसानी से तहसील में जलापूर्ति किया जा सकेगा। हालांकि संबंधित क्षेत्र वन विभाग के अधीनस्थ आता है, ऐसे में यहां एक भी गांव नहीं बसा है। ऐसे में पुनर्वसन की भी समस्या हैं पैदा होगी। इसके बाद भाजपा विधायक डावखरे ने प्रस्तावित अमृतकुंभ जलसागर जलाशय के प्रारूप को जल्द तैयार करने की मांग राज्य के जलसंपदामंत्री गिरीष महाजन से की है, जिस पर जल्द कार्रवाई शुरू किए जाने की उम्मीद जताई जा रही है।