गड्ढे का पानी पीते थे
वर्ष 2018 में दो बोरिंग कराई गई और गांव को साफ-सुथरा पानी उपलब्ध हुआ। इसके पहले गांव वाले एक गड्ढे में जमा पानी का इस्तेमाल करते थे, जो मानसून में जमा होता था। यह गांव उत्तर मुम्बई लोकसभा क्षेत्र में आता है और राज्य के शिक्षा मंत्री विनोद तावड़े का विधानसभा क्षेत्र है। इसके बावजूद यह गांव सुविधाओं से अछूता रहा। इस गांव में स्कूल है पर टीचर नहीं है। जिसकी व्यवस्था फारुखी ने की थी पर यह व्यवस्था अधिक दिनों तक नहीं हो पाई। आदिवासियों के बच्चे पढऩे के लिए छह किलोमीटर दूर गोराई जाते है। शुक्रवार की सुबह इस गांव में सूरज की रोशनी के साथ बिजली का मीटर लिए बिजली विभाग के कर्मचारी पहुंचे और वर्षो बाद इस गांव के घरों में बिजली के बल्ब रोशनी से जगमग हो उठे, जिसके बाद लोगों के चेहरे पर मुस्कान खिल उठी। इस गांव के बच्चे या तो सूरज की रोशनी में पढ़ते थे या तो लालटेन की रोशनी में। गांव में बिजली आने से बच्चों के चेहरे पर खुशी झलक रही थी।