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मुंबई

लाल, गुलाबी के साथ ही थोक बाजार में सफेद प्याज की दस्तक

बढ़ी डिमांड: आगे चलकर प्याज की कीमत में हो सकती है बढ़ोत्तरी, राजस्थान-गुजरात में भी प्याज की उत्पादक होती है अच्छी

मुंबईApr 12, 2019 / 06:17 pm

Devkumar Singodiya

बाजार में प्याज की दस्तक

बाजार में प्याज की दस्तक

नवी मुंबई। मुंबई कृषि उत्पन्न बाजार समिति के कांदा-बटाटा मंडी में लाल एवं गुलाबी प्याज के साथ सफेद प्याज भी दस्तक दे दिया है। वैसे भी जो लोग सफेद प्याज की गुणवत्ता को समझते हैं, उनके द्वारा गर्मी में सफेद प्याज की मांग बढ़ जाती है, परंतु थोक मंडी में सफेद प्याज की आवक सिर्फ नाम मात्र की हो रही है। सफेद प्याज 7 से 8 रुपए प्रति किलो के भाव से बाजार में उपलब्ध है। पिछले साल की तुलना में इस वर्ष प्याज की कीमत अधिक है। पिछले साल जो प्याज 3 से 6 रूपए किलो था, वही प्याज इस वर्ष 7 से 10 रुपए किलो की दर से बेचा जा रहा है। वर्तमान में प्रतिदिन 125 गाड़ी के आसपास प्याज की आवक हो रही है। थोक मंडी के ब्यापारी मनोहर तोतलानी ने बताया कि पिछले साल की अपेक्षा इस वर्ष प्याज के उत्पादन में भी फर्क आया है, प्याज का बाजार अभी से चढऩे लगा है, जबकि 3 माह पहले प्याज की आवक इतना ज्यादा हो रही थी कि कई क्विंटल प्याज सडऩे के कारण बाहर फेंकना पड़ा था। नाशिक से लगभग 60 गाड़ी तथा पुणे से 50 से 60 गाड़ी प्याज की आवक हो रही है।

एक माह से अधिक नहीं रख सकते
नाशिक के जुन्नर, आलेडाटा, मालेगांव, लासलगांव तथा पिंपल गांव से आने वाले प्याज को एक माह से ज्यादा नही रखा जा सकता, क्योंकि यहां का प्याज खराब होने लगता है, जबकि पुणे के खेड़, चाकण, मंचर, ओतुर तथा अहमदनगर से आने वाले गुलाबी रंग का प्याज अधिक टिकाऊ है। इसे 6 माह तक रखने पर भी कोई दुष्प्रभाव नही पड़ता, इसलिए पुणे के प्याज की अधिक डिमांड है। पुणे और नाशिक के प्याज की कीमत में भी दो रुपए का फर्क है। पुणे का प्याज 9 से 10 रूपए, तथा नाशिक प्याज 7 से 8 रूपए में बेंचा जा रहा है। हालांकि नाशिक प्याज को होटल ब्यवसाई ज्यादा इस्तेमाल करते हैं।

भावनगर में सफेद प्याज का उत्पादन
अब रही बात सफेद प्याज की तो यह प्याज वसई-विरार एवं अलीबाग में उपज होती है, इसके अलावा गुजरात के भावनगर में भी सफेद प्याज का उत्पादन होता है लेकिन ज्यादातर यह प्याज किराणा स्टोर्स एवं फुटकर ब्यापारियों के हांथो बेंच दिया जाता है। मंडी में अभी 15 से 20 बोरी की ही आवक हो रही है। यह भी बताया गया कि सफेद प्याज को बिमारी में औषधी के रूप में ज्यादातर लोग इस्तेमाल करते हैं। तोतलानी ने यह भी कहा कि मध्य प्रदेश में भी ह्वाईट प्याज का उत्पादन किया जाता है लेकिन ऑर्डर मिलने पर ही किसान इसकी उपज करते हैं। आगे उन्होंने कहा कि राजस्थान एवं गुजरात में भी प्याज की उत्पादक अच्छी होती है लेकिन यहां का प्याज वहीं के मार्केट में खपत हो जाती है, परंतु महाराष्ट्र में जब-जब प्याज का संकट गहराया है तब-तब राजस्थान और गुजरात प्याज की कमी को पूरा किया है। वैसे भी महाराष्ट्र का प्याज देश और विदेशों में आपूर्ति किया जाता है।

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