लोरमी में 720 तो डोंगरीगढ़ में 1223 ज्योति कलश कराए गए प्रज्ज्वलित: नगर से 21 किमी दूर मां भुवनेश्वरी मंदिर कारीडोंगरी में भक्तो के द्वारा 1067 तेल व 156 मनोकामना ज्योति कलश प्रज्ज्वलित कराये गये हंै। वहीं नगर के मां महामाया मंदिर लोरमी में 500 तेल ज्योति तथा 50 घृत ज्योति कलश प्रज्जवलित कराए गए हंै। ग्राम बावा डोंगरी में मुकेश जायसवाल ने बताया कि इस वर्ष 430 तेल ज्योति कलश तथा 30 घृत ज्योति कलश भक्तों के द्वारा प्रज्ज्वलित कराये गये हंै। इस प्रकार रानीगांव स्थित मां महामाया मंदिर, वनविभाग परिसर स्थित मां महामाया मंदिर, बाजार पारा स्थित मां शीतला मंदिर में भक्तों के द्वारा मनोकामना ज्योति कलश प्रज्ज्वलित कराये गये हंै।
खपरीकला में 73 ज्योति कलश प्रज्ज्वलित : चिल्फी क्षेत्र के ग्राम खपरीकला के मां महामाया मंदिर में प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी भक्तों के द्वारा 73 मनोकामना ज्योति कलश प्रज्ज्वलित कराए गए हंै। साथ ही ज्वारा भी बोया गया है। नवरात्रि पर मां महामाया सहित अन्य देवी मंदिरों में घट स्थापना के साथ मनोकामना ज्योति कलश प्रज्ज्वलित किया गया। इस दौरान मंदिरो में पट खुलने से लेकर देर रात तक श्रद्धालुओ का तांता लगा रहा। इसी तरह नगर में विभिन्न समितियो द्वारा मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित किया गया है। नगर के थाना ग्राउंड, गुरुद्वारा चौक में इस वर्ष भव्य पंडाल बनाकर मां दुर्गा के मूर्ति की स्थापना की गयी है। वहीं गांधीडीह, रानीगांव, मजगांव, राम्हेपुर, मिलपारा राजाबाड़ा, डबरीपारा माताचौरा सहित क्षेत्र के ग्राम खाम्ही, बोड़तरा, डिंडौरी, अखरार, डोंगरिया, नवरंगपुर, फुलवारी आदि गांवों में भव्य मूर्ति की स्थापना कर धूमधाम से नवरात्रि मनाया जा रहा है। इस वर्ष नगर के महामाया मंदिर में 680 तेल ज्योति, 46 घृत ज्योति कलश प्रज्ज्वलित हो रहे हंै। इसी तरह क्षेत्र के प्रसिद्ध मां भुवनेश्वरी मंदिर डोंगरीगढ़ में भी दर्शन पूजन के लिए श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। मांं शैलजा महामाया समिति डोंगरीगढ़ के सदस्य लखन यादव ने बताया कि मंदिर में इस वर्ष 1185 तेल ज्योति तथा 165 घी ज्योति कलश श्रद्धालुओ ने प्रज्ज्वलित कराए हंै।