महीने की 5 तारीख से पहले निवेश करने की क्या है वजह
पीपीएफ के नियमों के मुताबिक, महीने की पांच तारीख से लेकर अंत तक के बीच में जमा की गई न्यूनतम राशि पर ही पीपीएफ ब्याज दर कैलकुलेट किया जाता है। इसे प्रतिमाह के आधार पर ही जोड़ा जाता है। इसी रकम को वित्तीय वर्ष के अंत में आपके पीपीएफ खाते में जमा किया जाता है। ऐसे में यदि आप भी नए वित्तीय वर्ष में पीपीएफ खाते में निवेश करना चाहते हैं तो इसे महीने की पांच तारीख से पहले ही निवेश करें।
कैसे मिलेगा आपको निवेश पर अधिक फायदा
अगर हम इसे उदाहरण के तौर पर समझें तो मान लीजिए कि आप 5 अप्रैल से पहले अपने पीपीएफ खाते में 1.5 लाख रुपए का निवेश करते हैं। गत 29 मार्च को सरकार की तरफ से जारी किए गए एक नोटिफिकेशन के मुताबिक, अप्रैल से जून 2019 की तिमाही के दौरान पीपीएफ निवेश पर आपको 8 फीसदी की ब्याज दर मिलेगा। अब इस ब्याज दर को आपके द्वारा 5 अप्रैल से 30 अप्रैल के बीच जमा किए गए न्यूनतम रकम पर कैलकुलेट किया जाएगा। यदि आपने 1.5 लाख रुपए का निवेश किया है तो इस हिसाब से कुल ब्याज 1,000 रुपए का होगा। (1,50,000*8%)/12= 1,000 इस प्रकार आपको अप्रैल माह में 1,000 रुपए का ब्याज मिलेगा। इसी तरह मई और जून के लिए भी आपको ब्याज मिलेगा।
आपको किन बातों का रखना होगा ख्याल
1. सभी तरह के निवेश में पब्लिक प्रोवीडेंट फंड इसलिए बेहतरीन विकल्प माना जाता है क्योंकि इस निवेश के लिए जमा किए गए रकम, ब्याज और मैच्योरिटी पर आपको कोई टैक्स नहीं देना होता है। हालांकि, पीपीएफ में निवेश करते समय आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि इसमें आप प्रति वर्ष 1.5 लाख रुपए से अधिक का निवेश नहीं कर सकते हैं।
2. अगर आपने अपने नाम पीपीएफ खाता खुलवा रखा है और 18 साल से कम उम्र के बच्चे का खाता भी, तो एक वित्तीय वर्ष में आप 1.5 लाख रुपए से अधिक का निवेश नहीं कर सकते हैं।
3. अगर आप भविष्य में किसी खास वित्तीय गोल को पूरा करने के लिए पीपीएफ खाते में निवेश कर रहे हैं तो आपको इस बात का जरूर ख्याल रखना चाहिए कि आम इसमें महीने की पांच तारीख से पहले निवेश करें।
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