इतने अकाउंट बंद हो सकते है।
फरवरी खत्म होने को है औऱ अभी भी देश में केवल 9 फीसदी से कम मोबाइल वॉलेट उपभोक्ताओं ने अपने केवाईसी कंपनियों को दिया है। तो अब साफ है कि ऐसे में देश में 91 फीसदी से अधिक मोबाइल वॉलेट अकाउंट बिना केवाईसी के चल रहे हैं। अब इन 91 फीसदी उपभोक्ताओं के अकाउंट के बंद होने की आशंका है।
फरवरी खत्म होने को है औऱ अभी भी देश में केवल 9 फीसदी से कम मोबाइल वॉलेट उपभोक्ताओं ने अपने केवाईसी कंपनियों को दिया है। तो अब साफ है कि ऐसे में देश में 91 फीसदी से अधिक मोबाइल वॉलेट अकाउंट बिना केवाईसी के चल रहे हैं। अब इन 91 फीसदी उपभोक्ताओं के अकाउंट के बंद होने की आशंका है।
क्या होता है मोबाइल वॉलेट आज के दौर में हर कोई स्मार्टफोन इस्तेमाल कर रहे हैं और मोबाइल वॉलेट भी स्मार्टफोन यूजर की जिंदगी का हिस्सा बन गए हैं। अधिकतर लोग किसी ना किसी वजह से मोबाइल वॉलेट का इस्तेमाल करते ही हैं। किसी के लिए मोबाइल वॉलेट फोन रीचार्ज तो किसी के लिए टैक्सी के पैसे चुकाने का जरिया है। वहीं कुछ लोग कैफे कॉफी डे या किसी मेडिकल शॉप पर भी भुगतान के लिए मोबाइल वॉलेट का इस्तेमाल कर रहे हैं।आज बाजार में लगभग हर तरह के ब्रांडेड वॉलेट मौजूद हैं, जिनमें ग्लोबल से लेकर भारतीय, टेक कंपनी से लेकर टेलीकॉम प्लेयर और बैंक तक शामिल हैं।