मामला थाना मंसूरपुर क्षेत्र के गांव पुरबालियान का है। यहां के रहने वाले अख्तर बेटी शाइस्ता की शादी लगभग 6 साल पहले गाजियाबाद के पसोंडा गांव निवासी अमीर हसन के साथ हुई थी। पीड़ित परिवार के अनुसार शादी के बाद से ही ससुराल वाले उनसे अतिरिक्त दहेज की मांग करते आ रहे थे और मांग पूरी नहीं करने पर शाइस्ता पर जुल्म करते थे। हाल ही में कुछ दिन पहले ससुरालियों ने शाइस्ता को इतना पीटा कि उसकी हालत खराब हो गई, जिसकी शिकायत पीड़ित परिवार द्वारा गाजियाबाद के यूपी डायल हंड्रेड में की गई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। उसके बाद थक हारकर पीड़ित परिवार मुजफ्फरनगर के महिला थाने में शिकायत करने पहुंचा।
योगी आदित्यनाथ के दावों की पोल आरोप है कि महिला थाने में भी पीड़ित परिवार की नहीं सुनी उल्टा पीड़ित परिवार को ही महिला थाने से धक्के देकर बाहर निकाल दिया गया। इससे परेशान होकर शाइस्ता के पिता अख्तर ने बेटी को इंसाफ ना मिलते देख सल्फास की दो गोली खाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। सल्फास खाने के बाद गंभीर अवस्था में उसे मुजफ्फरनगर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। जहां उनकी सांसें कुछ देर तक तो चली, लेकिन उसके बाद उनकी मौत हो गई। वहीं मृतक अख्तर की बेटी शाइस्ता की भी हालत खराब है, जिसका इलाज मुजफ्फरनगर मेडिकल कॉलेज बेगराजपुर में चल रहा है। घटना के बाद मुजफ्फरनगर पुलिस में हड़कंप मच गया है। पीड़ित परिवार की तहरीर पर मंसूरपुर थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
वहीं पुलिस अधिकारी राजीव कुमार का कहना है कि पिछले साल भी महिला थाने में इनका समझौता हुआ था, मगर अब फिर पीड़िता के साथ मारपीट की गई है। पीड़ित परिवार द्वारा पहले गाजियाबाद में शिकायत की गई थी, मगर वहां इंसाफ नहीं मिला। पीड़ित परिवार कल थाना मंसूरपुर आया था, लेकिन मामला दहेज का था। इसलिए इन्हें तहरीर लाने को कहा गया था। सुबह यह घटना हो गई अब मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। जांच कर आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।