मुजफ्फरनगर

राज्यपाल नाईक ने बताया 85 साल की उम्र में भी यह काम कर सकते हैं बिना थके, देखें वीडियो

-मुजफ्फरनगर मेडिकल कॉलेज पंहुचे राज्यपाल
-राज्यपाल राम नाईक ने छात्रों को दिए सफलता के मंत्र
-मेडिकल के छात्रों को बांटी डिग्रियां और दी मानद उपाधी

मुजफ्फरनगरMar 02, 2019 / 01:45 pm

Ashutosh Pathak

राज्यपाल नाईक ने बताया 85 साल की उम्र में भी यह काम कर सकते हैं बिना थके, देखें वीडियो

मुजफ्फरनगर। मुजफ्फरनगर मेडिकल कॉलेज बेगराजपुर दीक्षांत कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंचे राज्यपाल राम नाईक ने मेडिकल के छात्र छात्राओं को डिग्री और मेडल दिया। महामहिम राज्यपाल रामनाईक ने युवाओं को कामयाबी के लिए लगातार संघर्ष करते हुए अपने लक्ष्य की ओर बढ़ने का मंत्र दिया। उन्होंने उपाधि ग्रहण करने वाले मेडिकल छात्रों से मरीजों के साथ अच्छा व्यवहार बनाकर रखने तथा ग्रामीण क्षेत्रों में भी अपनी सेवाएं देने का आह्वान किया।
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मुजफ्फरनगर मेडिकल कॉलेज के तृतीय दीक्षांत समारोह पहुंचे उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने कॉलेज के बैच 2009 व 2010 और 2011 में पासिंग आउट करने वाले छात्र-छात्राओं को डिग्री और मेडल वितरित किए। इसके साथ ही 12 छात्रों को उपाधि से भी सम्मानित किया। इस दौरान कॉलेज के छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए राज्यपाल राम नाईक ने मानद उपाधि ग्रहण करने वाले सभी छात्रों, उनके अभिभावकों तथा शिक्षकों का अभिनंदन किया। उन्होंने कहा कि आज कामयाबी के एक पायदान पर पहुंचकर मानद उपाधि ग्रहण करने वाले विद्यार्थियों को जीवन में मिली कामयाबी में अपने माता-पिता तथा गुरुजनों के योगदान को कभी भूलना नहीं चाहिए।
उन्होनें कहा कि अब मेडिकल कॉलेज के छात्रों के जीवन का दायरा विस्तृत होगा। उन्होनें कहा कि चिकित्सा सेवा से जुड़े लोगों को मरीजों के जीवन के साथ-साथ अपने स्वास्थ्य पर भी ध्यान देना होगा। उन्होंने अपने जीवन का उदाहरण देते हुए कहा कि उन्होंने पहली कक्षा से 11वीं कक्षा तक निरंतर सूर्य नमस्कार किया, जिसका प्रभाव यह है कि आज 85 साल की उम्र में भी वह लगातार एक घंटा भी खडा होकर बोल सकते हैं।
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उन्होंने कहा कि लगातार तकनीक विकसित हो रही है। आज मोतियाबिंद का ऑपरेशन जितने समय में एक व्यक्ति चाय पीता है उससे भी कम समय में हो जाता है। ऐसे में छात्रों को लगातार नई तकनीक की जानकारी भी होनी चाहिए। चिकित्सा सेवा से जुडे लोगों को मरीजों के साथ अच्छा व्यवहार करना चाहिए। उन्होंने डाक्टरी की डिग्री लेने वाले छात्रों को ग्रामीण क्षेत्रों की ओर भी अपनी सेवाएं देने का आह्वान किया। उन्होंने मोदी सरकार द्वारा चलाई गई आयुष्मान भारत जैसी योजनाओं को लोगों तक पहुंचाने का आह्वान किया। उन्होंने छात्रों को, व्यक्तित्व विकास के मंत्र दिए। राज्यपाल ने छात्रों को जीवन में आगे बढ़ने के लिए चार मंत्र दिए। उन्होंने बताया कि पहला मंत्र है लगातार मुस्कुराते रहना, दूसरा मंत्र है दूसरे लोगों के अच्छे कामों पर उनको प्रोत्साहित करना, तीसरा मंत्र है किसी की अवमानना न करना और चौथा मंत्र है लगातार अपने लक्ष्य की ओर बढ़ते रहना। उन्होंने मेडिकल कॉलेज में होने वाले दीक्षांत समारोह में भारतीय वेशभूषा के इस्तेमाल की सलाह दी। उन्होंने कहा कि जीवन में असफलता के कारण निराश नहीं होना चाहिए। असफलता के कारणों पर विचार कर उनका समाधान करना चाहिए।
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