मुजफ्फनगर थाना भौरां कला क्षेत्र के गांव मोहम्मदपुर मॉडर्न निवासी जवान विनोद कुमार का पार्थिव शरीर शुक्रवार को उनके पैतृक गांव में लाया गया। जवान के शव को देखते ही मौके पर मौजूद हज़ारों लोगों की भीड़ में भारत माता की जय के नारेे लगाने शुरू कर दिए।
28 वर्ष के विनोद कुमार गांव मोहम्मदपुर मॉडर्न थाना भोरा कला जनपद मुज़फ्फरनगर 8 साल पहले सेना में भर्ती हुए थे। गुरदासपुर में तैनाती की पिछले एक माह से जम्मू-कश्मीर में लगाए गए थे। विनोद तीन भाई हैं जो पानीपत में रहते हैं। पिता भी पानीपत में ही रहते हैं। विनोद की शादी भी कुछ वक्त पहले ही तय हुई थी। लेकिन वह सेहरा बांधते उससे पहले ही धरती मां के लिए शहीद हो गए। हालाकि विनोद की शहादत को लेकर अभी सस्पेंस बना हुआ है कि उनकी मौत कैसे हुई।
दरअसल कश्मीर में तैनात BSF के जवान विनोद कुमार की गुरुवार को मौत की ख़बर आई और पहले तो आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ के दौरान शहीद होने की सूचना मिली। इसके साथ ही लोगों में एक बार फिर पाकिस्तान के प्रति आक्रोश फैल गया। मगर कुछ ही देर में उनकी सड़क हादसे में मौत होने की बात सामने आई।
वहीं अब विनोद का शव शुक्रवार को शालीमार ट्रेन के द्वारा जम्मू से मुजफ्फरनगर लाया गया था। जिसके बाद जवान के शव को उनके पैतृक गांव मोहम्मदपुर माॅडन ले जाया गया। वहां पुलिस और बीएसएफ के जवानों ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया। विनोद की अंतिम यात्रा में केंद्रीय पशुपालन डेयरी एवं मत्स्य पालन राज्य मंत्री डाॅ संजीव बालियान, जनपद के प्रभारी मंत्री चेतन चैहान, उत्तर प्रदेश सरकार में व्यावसियिक शिक्षा एवं कौशल विकास स्वतंत्र प्रभार राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल, डीएम सेल्वा कुमारी जे, एसएसपी अभिषेक यादव ने भी शहीद विनोद कुमार को श्रद्धांजलि दी।
इस मौके पर हजारों की संख्या में क्षेत्रवासियों ने भारत माता की जयकारे लगाए। इस दौरान केंद्रीय मंत्री डॉ संजीव बालियान ने कहा कि बीएसएफ के जवान विनोद की दुखद मौत हुई है। डोडा में उसकी तैनाती थी, हालांकि उसकी मौत के कारणों का पता लगाया जा रहा है। मगर यह जरूर है कि इस वक्त वहां कोई आतंकवादी घटना नहीं हुई है।