दरअसल जनपद मुजफ्फरनगर के थाना सिखेड़ा क्षेत्र के गांव सिखेड़ा निवासी वृद्ध सौदान सिंह का रविवार की सुबह उसके ही खेत में बनी ट्यूबवेल के कमरे में छत से लटका शव मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। जिसके बाद पुलिस ने मृतक सौदान सिंह के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
जानकारी के मुताबिक सौदान सिंह जनपद मुजफ्फरनगर में 2013 में हुए सांप्रदायिक दंगों में नगला मदौड़ पंचायत के दौरान हुई आगजनी का आरोपी था। यहां पंचायत के दौरान भीड़ ने एक कार में आग लगा दी थी। इस आगजनी में पुलिस ने आठ आरोपियों की को नामजद किया गया था, जिसमें सौदान सिंह को नाम भी शामिल था। पुलिस ने सौदान सिंह को 8 नवंबर 2013 को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। इसके बाद वह जमानत पर बाहर आया था। शनिवार को सौदान सिंह अपने खेतों पर पानी देने आया था। अगले दिन सुबह तक पिता के घर वापस नहीं लौटने पर उसका बेटा खेत में पहुंचा। जहां पिता सौदान सिंह खेत में स्थित ट्यूबवले के कमरे में फंदे पर लटका मिला।यह देखते ही बेटे ने इसकी जानकारी पुलिस और परिवार को दी, जिसके बाद परिवार में कोहराम मच गया। घटना के बाद मृतक के परिजनों ने गांव के ही 4 लोगों को नामजद करते हुए हत्या का आरोप लगाया और मुकदमा दर्ज करा दिया है।
वहीं पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले की छानबीन शुरू कर दिया है मगर बड़ा सवाल यह है की सौदान की किसी ने हत्या की है या फिर उसने आत्महत्या की है फिलहाल मामला हत्या और आत्महत्या के बीच लटक गया है।