दरअसल, जनपद मुजफ्फरनगर में लॉक डाउन वन का 21 दिन का समय पूरा होने ही वाला था, तभी देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉक डाउन को 3 मई तक फिर बढा दिया था। मगर पिछले कई दिनों से चर्चा थी कि जिन जिलों में कोरोना के पॉजिटिव मरीजों की संख्या कम है, उन जिलों में लॉक डाउन में ढील दी जा सकती है। हालांकि रविवार को जिला प्रशासन व उद्यमियों के साथ हुई बैठक में कुछ फैक्ट्रियों को कुछ शर्तों के आधार पर चलाने पर चर्चा हुई थी। जिसके चलते फल सब्जी व खाद्य सामग्री की दुकानों के अलावा इलेक्ट्रॉनिक्स इलेक्ट्रिक व अन्य दुकानदार भी चाह रहे थे कि उनकी भी दुकानें खुलने की परमिशन हो जाए।
मगर शहर के विभिन्न स्थानों पर पुलिस प्रशासन की सख्ती को देखकर किसी की घर में से निकलने की हिम्मत नहीं हो पाई। मामले की जानकारी देते हुए एसपी सिटी सतपाल अंतिल ने बताया कि लॉकडाउन में कोई ढील नहीं है। केवल जो लोग जरूरी काम से जा रहे हैं, वे ही जा सकते हैं। जैसे बैंक और हॉस्पिटल या फिर राशन लेने जाने वाले लोग ही जा सकते हैं।