दरअसल मामला थाना भोपा क्षेत्र के गांव शुकतीर्थ का है। जहां पर पूर्व प्रधान नीरज रॉयल शास्त्री ने बताया कि पता चला था कि कुछ हिंदू परिवार पाकिस्तान में अत्याचार और जुल्मो से परेशन होकर हिंदुस्तान में चले आए हैं। बलराम पुत्र राजाराम, ईश्वर पुत्र नारायण, कृष्ण पुत्र प्रेमदास, कुंवर राम पुत्र चुन्नु मल, लख्मी चंद पुत्र भागचंद व प्रकाश पुत्र भागचंद पाकिस्तान से हिंदुस्तान में तीर्थ करने का बहाना बनाकर वहां से निकल आए और हिंदुस्तान में आकर मेहनत मजदूरी करने लगे।
उक्त निवासी नीरज रॉयल सुनील चौधरी, राजेंद्र सिंह, वीरपाल सहरावत, सोनू कुमार, महक सिंह, सत्य कुमार, सोनवीर आदि लोग पाकिस्तान से आए लोगों को दिल्ली लेने के लिए पहुंच गए और इन लोगों को रहने व खाने की व्यवस्था कराई। बाद में इन लोगों को नीरज रॉयल द्वारा पेट भरने के लिए 5-5 बीघा जमीन खेती करने के लिए दे दी गई। जिससे वह उस जमीन पर कार्य कर अपना व अपने परिवार का लालन पोषण कर सके। वहीं पूर्व प्रधान ने कहा कि हम भाजपा सरकार से मांग करते हैं कि पाकिस्तान में फंसे हुए इनके परिजनों को हिंदुस्तान लाया जा सके। जो की पाकिस्तानियों के कब्जे में फंसे हुए हैं।
वहीं पाकिस्तान से आए बलराम ने बताया कि पाकिस्तान में हिंदू सुरक्षित नहीं है। कि वहां पर हिंदुओं की जनसंख्या बहुत ही कम है। जिस कारण पाकिस्तान का मुसलमान हिंदुओं पर जुल्म करते हैं तथा हिंदुओं को न ही अपने धर्म के प्रति पूजा करने देते हैं और ना ही उस धर्म का प्रचार करने देते हैं। वहां के हिंदुओं पर बहुत ही जुल्म किया जा रहा है। पाकिस्तान के मुसलमान हिन्दुओं के बच्चों को पढ़ने लिखने नहीं देते है। खाना खाने के लिए होटल पर मुसलमानों को अच्छे बर्तनों में खाना खिलाया जाता और हिन्दुओं को गंदे बर्तनों में खिलाया जाता है।